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कार-बाइक चोरी के बारे में आपने बहुत बार सुना होगा और चोरी के कई सीसीटीवी रिकॉर्डिंग वीडियो भी देखे होंगे. लेकिन शायद कार चोरी से जुड़ी जो घटना हम बताने जा रहे हैं उसे शायद ही आपने सुना हो..क्या आपने सुना है कि महीने के भीतर 40 लग्जरी कारें चोरी हो जाएं और ये कारें एक ही ग्रुप के लोग चुरा रहे हों..दिल्ली पुलिस ने हॉलीवुड फिल्म ‘फास्ट एंड फ्यूरियस’ से प्रेरित होकर 40 कार चुराने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया.
नई कारें कई ऐसे लेटेस्ट सेफ्टी फीचर्स के साथ आती हैं जिनसे कि कार को चुराना थोड़ा मुश्किल है लेकिन इन शातिर चोरों के लिए कुछ भी मुश्किल नहीं था. ये चोर मिनटों के भीतर सॉफ्टवेयर के जरिए कार में लगे जीपीएस (GPS) को डीएक्टीवेट कर देते थे जिससे चोरी की हुई कार का अता-पता ही नहीं लग पाता था. जीपीएस को डीएक्टीवेट करने के लिए वे स्कैनर और जैमर का इस्तेमाल करते थे. हाईटेक और मैग्नेटिक चाबियों से वो पलक झपकते ही कारों के दरवाजे खोल देते थे.
एक के बाद एक चोरी हो रही कार पुलिस की कामकाज पर भी बड़े दाग और चैलेंज की तरह था. हालांकि तीनों चोर पुलिस की पकड़ में आ गए. चोरी के आरोपियों की पहचान दिल्ली के उत्तम नगर के निवासियों मनीष राव (42), जगदीप शर्मा (43) और उत्तर प्रदेश के मेरठ के रहने वाले आस मोहम्मद (40) के रूप में हुई है.
मनीष राव और जगदीप शर्मा को चोरी की कार का सौदा करते समय गिरफ्तार किया गया. कार को दिल्ली के पश्चिम विहार इलाके से चुराया गया था.
पुलिस ने बताया कि चोरी के वाहन की तलाश के दौरान सेंसर किट, मैग्नेट, एलएनटी चाबियां और रिमोट से चलने वाली आठ चाबियां बरामद हुईं.दक्षिण पश्चिम डीएसपी मनोज सी ने बताया कि, आरोपी हॉलीवुड फिल्म ‘द फास्ट एंड द फ्यूरियस’ से प्रेरित थे.
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