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हवा में उड़ने वाली एयर टैक्सी की बातें बीते कुछ सालों से चल रही हैं लेकिन इनका डेवलपमेंट अभी पूरा नहीं हुआ. कुछ कंपनियां इसको हकीकत बनाने में लगी हुई हैं. उड़ने वाली टैक्सियों (एयर टैक्सी) के बारे में चर्चा बढ़ने के बीच भारतीय मूल के एक उद्यमी रिकी संधू ने ब्रिटेन में एयर टैक्सियों और डिलीवरी ड्रोन के लिए पहली बार हवाईअड्डा विकसित कर अपने सपने को साकार किया है. इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग (EVTOL) विमान और ड्रोन तकनीक के लिए दुनिया का पहला पूर्ण-संचालित हवाईअड्डा ‘एयर-वन’ कोवेंट्री शहर में इस समय प्रदर्शनकारी उड़ानों की मेजबानी कर रहा है.
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, उड़ने वाली टैक्सियों और डिलीवरी ड्रोन सेंटर मई के मध्य तक जनता के लिए खुला है और जो भी देखना चाहें जाकर देख सकते हैं. कंपनी अर्बन-एयर पोर्ट के संस्थापक और कार्यकारी अध्यक्ष संधू ने कहा कि उन्होंने 15 महीने में एयर-वन को संचालन की स्थिति में पहुंचा दिया.
रिपोर्ट में संधू के हवाले से कहा गया है, “कुछ सालों में लोग यहां से 20 मिनट के भीतर लंदन जैसी जगहों के लिए उड़ान भर सकेंगे, जिससे समय की बचत होगी. हमारा काम मार्ग प्रशस्त करना है.”
18,299 वर्ग फुट का यह हवाईअड्डा पहले से निर्मित एक वर्टिपोर्ट है, जिसे तेजी से असेंबली और डिस्सेप्लर दोनों के लिए डिजाइन किया गया है. वेस्टमिंस्टर रोड कार पार्किंग एरिया में एयर वन के उद्घाटन के बाद मानव रहित ड्रोन के लिए कार्गो लोडिंग का भी प्रदर्शन किया जाएगा. वेस्ट मिडलैंड्स पुलिस ने कहा कि उपकरण दिखाने के लिए उनकी ड्रोन टीम भी मौजूद रहेगी.
रिकी संधू के अनुसार, हवाई टैक्सी बहुत जल्द आने वाली है, लगभग दो साल के भीतर. उन्होंने कहा, “लेकिन कार्गो ड्रोन पहले से ही उड़ रहे हैं, न केवल देश में, बल्कि दुनियाभर में भी बहुत सारी डिलीवरी कर रहे हैं .. उन्हें बुनियादी इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है.”
अर्बन-एयर पोर्ट दुनियाभर में शहरी लॉजिस्टिक्स का समर्थन करने के लिए जमीन, वायु और डिजिटल बुनियादी इंफ्रास्ट्रक्चर के वैश्विक नेटवर्क विकसित कर रहा है.
कंपनी के अनुसार, इसके ड्रोन में एक स्थायी, पर्यावरण के अनुकूल, शून्य-उत्सर्जन तरीके से हमारी सड़कों पर रसद और डिलीवरी की भीड़ को कम करने में मदद करने की रोमांचक संभावना है. इससे हल्के वाणिज्यिक वाहनों की तुलना में उत्सर्जन में 47 प्रतिशत तक की कटौती होगी.
‘वर्टिपोर्ट्स’ को चार अलग-अलग बाजारों की जरूरत के हिसाब से फ्लैक्सिबल होने के लिए डिजाइन किया गया है. इसमें यात्री हवाई टैक्सी, स्वायत्त डिलीवरी ड्रोन, आपदा आपातकालीन प्रबंधन और रक्षा संचालन व रसद.
उन्हें ऑन-साइट हाइड्रोजन ईंधन सेल, शून्य-उत्सर्जन उत्पादन का उपयोग करके पूरी तरह से ऑफ-ग्रिड संचालित किया जा सकता है. अर्बन-एयर पोर्ट ने कहा कि यह ‘इन्फ्रास्ट्रक्चर-ए-ए-सर्विस’ मॉडल के जरिए राजस्व उत्पन्न करेगा, जिससे ग्राहक अपनी जरूरत की सेवा का स्तर तय कर सकेंगे.
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