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जब भी टॉप 10 कारों की बिक्री की लिस्ट आती है उनमें मारुति सुजुकी कई सालों से टॉप पर रहती है. सबसे ज्यादा बिक्री वाली टॉप 10 कारों की लिस्ट में ज्यादातर कारें मारुति की होती हैं. इनमें से टॉप पर मारुति की बजट रेंज वाली ऑल्टो, वैगनआर और स्विफ्ट कार अपनी जगह बनाने में सफल रहती हैं. मतलब आंकड़ों के मुताबिक बजट रेंज वाली कारों की बिक्री ज्यादा होती है. लेकिन अब मारुति का एक बड़ा बयान उन लोगों के लिए झटका हो सकता है जो आने वाले समय में हैचबैक कार खरीदने की तैयारी में होंगे.
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मारुति के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कहा कि सरकार की पॉलिसी का असर उनकी छोटी कारों पर पड़ रहा है. ऐसे में कंपनी उन कारों का उत्पादन बंद करने में संकोच नहीं करेगी. दरअसल सरकार सभी कारों के सभी वैरिएंट में 6 एयरबैग के नियम को अनिवार्य करने की तैयारी में है. इसका कई कंपनियां विरोध कर रही हैं. मारुति की बात करें तो उसका कहना है कि कार के सभी वैरिएंट में 6 एयरबैग दिए जाने से मारुति की सस्ती हैचबैक जैसी कारें भी आम लोगों के लिए काफी महंगी हो जाएंगी और उनके बजट से बाहर चली जाएंगी. ऐसे में कंपनी इन्हें बंद करने का फैसला ले सकती है.
एक तरफ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी 6 एयरबैग को अनिवार्य बना रहे हैं तो दूसरी तरफ टीओआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक मारुति के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कहा कि परिवहन मंत्री नितिन गडगरी द्वारा 6 एयरबैग्स के नियम को लागू करने के फैसले से छोटी हैचबैक कारों की कीमतें तो बढ़ जाएंगी, लेकिन इससे रोड एक्सीडेंट के मुद्दे से निपटने में मदद नहीं मिलेगी. रोड एक्सीडेंट में मरने वाले लोगों को लेकर कुछ और सोचना होगा.
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि सभी कारों में छह एयरबैग अनिवार्य करने का कदम भारतीय सड़कों को सुरक्षित बनाने के प्रयास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. गडकरी ने कहा था कि जब भारत में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं और मौतें होती हैं, तो वे (व्हीकल मैन्युफैक्चर्स) इसे गंभीरता से क्यों नहीं ले रहे हैं? हमें ऐसे फैसलों के महत्व को समझने की जरूरत है.
नितिन गडकरी कंपनियों के इस दोहरे मापदंड से भी असहमत दिखे कि वो विदेशों में भेजी जाने वाली कारों के लिए अलग और उसी कार को भारत में बेचने के लिए अलग-अलग पैरामीटर पर बनाया जाता है.
देश में सबसे ज्यादा कार बेचने वाली कंपनियों में मारुति पहले नंबर पर है और मारुति की इस सफलता में सबसे बड़ा योगदान इन्हीं छोटी कारों की बिक्री का है. अगर बिक्री के मामले में दूसरे नंबर की कंपनी से मारुति सुजुकी की तुलना करें तो दोनों के बीच 50% से ज्यादा का अंतर देखने को मिलेगा. हालांकि कॉम्पैक्ट एसयूवी की बिक्री के मामले में मारुति जरूर कमजोर है. छोटी या हैचबैक कारों की बिक्री भी ज्यादा इसलिए है कि ये सस्ती होती हैं और बाकी सेगमेंट के मुकाबले माइलेज भी ज्यादा देती हैं.
मारुति की वैगनआर, स्विफ्ट, सेलेरियो, ऑल्टो काफी ज्यादा बिकने वाली हैचबैक हैं. मारुति के कुल रेवेन्यू का 60 से 70 प्रतिशत हिस्सा इन्हीं कारों की बदौलत आता है. हालांकि इन सभी कारों के मॉडल के बेस वैरिएंट में फिलहाल सिर्फ 2 एयरबैग ही मिल रहे हैं. अब यदि यदि इनके बेस वैरिएंट में 6 एयरबैग लगाए गए तो इन कारों की कीमत 60 हजार रुपए से लेकर 1 लाख रुपये तक बढ़ जाएगी. अब इनी कीमत बढ़ने के बाद ये कारें मिनी SUV की रेंज में पहुंच जाएंगी. फिर तो लोग इनको वैसे भी नहीं खरीदेंगे.
हालांकि मारुति सुजुकी हैचबैक कारों के साथ ही मिनी एसयूवी और कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. मारुति सुजुकी जल्द ही अपनी विटारा ब्रेजा का नया मॉडल 30 जून को लॉन्च करने वाली है. जानकारी के मुताबिक कंपनी इस कार से विटारा नाम हटाकर इसे सिर्फ ब्रेजा नाम से लॉन्च करेगी. मारुति की यह कॉम्पैक्ट एसयूवी काफी ज्यादा पॉपुलर भी है. बुकिंग शुरू होने के पहले ही दिन इसे 4500 बुकिंग मिल गईं. इसके बाद आने वाले 1-2 साल के भीतर मारुति की तरफ से कई मिनी और कॉम्पैक्ट एसयूवी पेश की जा सकती हैं.
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