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टाटा मोटर्स कार तो काफी लंबे समय से बना रही है लेकिन कार मार्केट में उसे असली सफलता इधर कुछ सालों में मिली है. बीते कुछ सालों में टाटा की कारों को लेकर लोगों का नजरिया बदला है और टाटा ने अपनी कारों को नई टेक्नॉलॉजी और फीचर्स से लैस किया है. यही वजह है कि टाटा की कारों को लोग बेधड़क खरीद रहे हैं और उसकी अधिकतर कारों का प्रदर्शन भी शानदार है. जिस तरह से टाटा की कारों की डिमांड बढ़ रही है उसी तरह उसकी कीमतें भी बढ़ती जा रही हैं और अब टाटा की कारें एक बार फिर महंगी हो गई हैं.
टाटा ने 23 अप्रैल से अपनी कारों के दाम बढ़ा दिए हैं और जिसके चलते अब टाटा की कार खरीदना महंगा हो गया है. कंपनी का कहना है कि लागत बढ़ने के चलते टाटा की कारों का दाम 1.1% तक बढ़ाया गया है. अलग-अलग मॉडल और वैरिएंट के आधार पर कीमतों में बढ़ोतरी की गई है. कंपनी ने नई कीमतें तत्काल प्रभाव से लागू कर दी हैं.
अब ग्राहकों को टाटा की टिआगो (Tiago), टिगोर (Tigor), अल्ट्रोज (Altroz), पंच (Punch), सफारी (Safari), हैरियर (Harrier), नेक्सन (Nexon) के साथ अन्य दूसरे मॉडल के लिए ज्यादा कीमत चुकानी होगी. टाटा ने सिर्फ इंटरनल कंबंशन इंजन वाले वाहन ही नहीं बल्कि इलेक्ट्रिक कार की कीमत भी बढ़ाई है. इसमें नेक्सन इलेक्ट्रिक (EV) की कीमत भी बढ़ाई गई है.
ये पहली बार नहीं है जब टाटा ने कारों की कीमत बढ़ाई हो. इससे पहले जनवरी 2022 में भी कंपनी ने अलग-अलग मॉडल और वैरिएंट के आधार पर 0.9% दाम बढ़ाए थे.
कार की कीमत बढ़ाने वालों में सिर्फ टाटा ही नहीं बल्कि मारुति, टोयोटा, महिंद्रा, बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज, हुंडई जैसी कंपनियां भी हैं. हालांकि ये कंपनियों ने कुछ दिन पहले ही कीमत बढ़ा चुकी हैं. सभी कंपनियों का कहना है कि इनपुट कॉस्ट में लगातार बढ़ोतरी के कारण उन्हें वाहनों की कीमत बढ़ानी पड़ रही है. मारुति सुजुकी तो जनवरी 2021 से मार्च 2022 तक गाड़ियों की कीमतों में लगभग 8.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर चुकी है.
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