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अगले महीने गृहमंत्री अमित शाह बिहार दौरे पर आ रहे हैं. बिहार में भाजपा के सत्ता से बाहर होने के बाद यह उनकी पहली बिहार यात्रा है. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने मंगलवार को कहा कि शाह 23 सितंबर को दो दिवसीय दौरे पर बिहार आ रहे हैं. इस क्रम में वे पूर्णिया और किशनगंज जिलों का दौरा करेंगे. दौरे की विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि गृह मंत्री 23 सितंबर को पूर्णिया में एक आमसभा को संबोधित करेंगे. इसके पश्चात वह पूर्णिया तथा आसपास के जिलों तथा मंडलों के पदाधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में शामिल होंगे. अगले दिन 24 सितंबर को गृह मंत्री सरकारी अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे तथा दोपहर बाद किशनगंज जिला के मंडल और जिला पदाधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में शामिल हो क्षेत्र की समस्याओं को सुनेंगे.
डॉ. जायसवाल ने कहा कि एनडीए सरकार टूटने के 10 दिन पहले किशनगंज में स्थानीय लोगों ने 82 पशुओं से लदे एक कंटेनर में पकड़ा था. जिसमें से 6 पशुओं की मृत्यु तक हो गयी थी. लेकिन जिन लोगों ने तस्करों से इन पशुओं को मुक्त करवाया था. उन्हें पुरस्कृत करने की बजाए उल्टे उन्हें ही गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद राज्य में अपराधिक घटनाओं में अभूतपूर्व तरीके से वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे राज्य की स्थिति काफी भयावह होती जा रही है. एक परिवार के आंसू ढंग से सूख भी नहीं रहे कि दूसरी घटना हो जा रही है. अपराधी खुले घूम रहे हैं और पुलिस प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है.
डॉ. जायसवाल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सियासी हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार हकीकत में ‘रबर स्टैंप’ मुख्यमंत्री बने हुए हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आज राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव के कारनामे को छिपाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों राजद के नेताओं के घरों में जिस दिन सीबीआई की छापेमारी की गई थी, उसके एक दिन पहले ही राजद के नेता शक्ति यादव ने ट्वीट कर कहा था कि कल राजद के नेताओं के घरों में सीबीआई, ईडी की छापेमारी होने वाली है. आखिर उन्हें यह सूचना कैसे मिली? उन्होंने कहा कि यह बिना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संभव नहीं हो सकता, क्योंकि उन्हीं के पास गृह मंत्रालय भी है. डॉ जायसवाल ने कहा कि नीतीश कुमार राजद के संरक्षणकर्ता का काम केवल इसलिए प्रारंभ किए है कि राजद उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दे. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का राजनीतिक जीवन उसी समय तक है जब तक वे तेजस्वी यादव के हाथों की कठपुतली बन कर रह सके.
(इनपुट- एजेंसी)
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