नई दिल्ली: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार से नई पारी की शुरुआत की. राजनीतिक पारी शुरू करने के लिए उन्होंने नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड यानी जेडीयू को चुना है. प्रशांत किशोर पटना में जेडीयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश कुमार की मौजूदगी में जनता दल यूनाइटेड में शामिल हो गए. उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में जेडीयू जॉइन किया. Also Read - Pradhan Mantri Awas Yojana: पीएम मोदी ने गरीबों को भेजे 2700 करोड़ रुपए, खातों में आए या नहीं, ऐसे करें चेक
इससे पहले जेडीयू नेता केसी त्यागी ने प्रशांत किशोर के जेडीयू में शामिल होने की खबर की पुष्टि करते हुए कहा था कि वह पार्टी के लिए महत्वपूर्ण हैं और चुनाव जीतने के लिए रणनीति बनाने में बड़ी भूमिका निभाएंगे. प्रशात किशोर ने पिछले हफ्ते कहा था कि मार्च 2015 के बाद वह कभी भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नहीं मिले.
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लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर बिहार की राजधानी पटना में रविवार हो जनता दल यूनाइटेड की राज्यकार्यकारिणी की बैठक है. इस बैठक में जेडीयू की ओर से नेता, विधायक, सासंद सभी शामिल होंगे. बताया जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर पार्टी की रणनीति क्या होगी, इससे खुद मुख्यमंत्री और पार्टी प्रमुख नीतीश कुमार अवगत कराएंगे.
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प्रशांत किशोर 2014 में भारतीय जनता पार्टी, 2015 में राजद-जेडीयू-कांग्रेस महागठबंधन और 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस के लिए काम कर चुके हैं. एक समय चुनाव में जीत की गारंटी बन चुके प्रशांत किशोर उस समय चर्चा में आए थे जब 2014 के चुनाव प्रचार में बीजेपी के प्रचार को उन्होंने ‘मोदी लहर’ में बदल दिया था.
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उसके बाद उनके बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मतभेद की खबरें आईं और उन्होंने साल 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के प्रचार की कमान संभाल ली. इस चुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा. हालांकि, 2015 के विधानसभा चुनाव के बाद भी ऐसी खबरें आईं कि नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर के बीच कुछ मतभेद चल रहा है.