
मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की होगी सीबीआई जांच, बिहार सरकार ने की सिफारिश
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में सरकारी सहायता प्राप्त बालिका गृह में लड़कियों के यौन शोषण मामले की सीबीआई जांच होगी

नई दिल्ली: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में सरकारी सहायता प्राप्त बालिका गृह में लड़कियों के यौन शोषण मामले की सीबीआई जांच होगी. इसके लिए बिहार सरकार ने केंद्र सरकार से सीबीआई जांच कराने की सिफारिश की है. यह जानकारी बिहार के पुलिस महानिदेशक केएस द्विवेदी ने दी है.
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Muzaffarpur Shelter Home case: Bihar Chief Minister Nitish Kumar orders Chief Secretary, Principal Home Secretary and DGP to hand over the investigation of the case to Central Bureau of Investigation pic.twitter.com/LIOVfIzHeZ
— ANI (@ANI) July 26, 2018
बता दें कि बिहार के मुजफ्फरपुर में सरकारी सहायता प्राप्त बालिका गृह की लड़कियों ने उनके साथ रेप का आरोप लगाया था. इसके साथ ही आरोप लगाया था कि एक लड़की की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई. इसके बाद उसका शव बालिका गृह में ही दफना दिया गया था. पुलिस ने लड़की के बयान के आधार पर बताए गए स्थान पर खुदाई भी कराई, लेकिन शव नहीं मिला था. बता दें कि बीते मंगलवार को लोकसभा में भी यह मामला जोरदार ढंग से उठाया गया था. तब गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि राज्य सरकार की सिफारिश प्राप्त होने पर इस मामले की सीबीआई जांच कराने पर विचार किया जाएगा.
बालिका गृह की 29 लड़कियों के साथ रेप की पुष्टि
बालिका गृह कांड मामले में 29 लड़कियों के साथ बलात्कार और यातना देने की बात सामने आई थी. मेडिकल रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि कैसे बालिका गृह में छोटी-छोटी बच्चियों का शोषण किया गया. रिपोर्ट में बच्चियों के शरीर के कई हिस्सों पर जलने और कटने के निशान मिले हैं. रिपोर्ट में अनुसार बच्चियों का रोज यौन शोषण होता था और उन्हें नशीली दवाएं दी जाती थी या इंजेक्शन लगाया जाता था. बताया जाता है कि बालिका गृह में सात और 17 साल की लड़कियों में से कुछ को यौन शोषण के चलते गर्भपात तक कराने को मजबूर होना पड़ा था. एनजीओ सेवा संकल्प एवं विकास समिति की ओर से संचालित बालिका गृह में लड़कियों के साथ यौन शोषण की पुष्टि जांच रिपोर्ट में हुई है. जबकि कई जांच रिपोर्ट अभी आनी बाकी हैं.
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रेप से पहले बच्चियों को दिया जाता था इंजेक्शन और ड्रग
एक 10 वर्षीय बच्ची ने आरोप लगाया था कि बलात्कार से पहले उन्हें अक्सर ड्रग किया जाता था. अपने बयान में, उसने कहा था कि जब वह वापस होश में आती थी तो उसके प्राइवेट पार्ट वाले हिस्से में तेज दर्द होता था. सूत्रों ने कहा कि उन्होंने (बच्चियों ने) यह भी आरोप लगाया है कि आश्रय घर के पूरे कर्मचारी मालिक के साथ मिले हुए थे और वहां पर चल रहे सभी गलत कामों के बारे में जानते थे.
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