
अडानी ग्रुप ने 413 पन्नों में दिया हिंडनबर्ग के सभी सवालों का जवाब, आरोपों को बताया भारत पर हमला; खंडन का जवाब भी आया
Adani Group: अडानी समूह ने हिंडनबर्ग के आरोपों पर 413 पन्नों का जवाब जारी किया है. साथ ही, हिंडनबर्ग के आरोपों को भारत पर हमला बताया है.

Adani Group: उद्योगपति गौतम अडानी के समूह ने वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों को ‘‘भारत, उसकी संस्थाओं और विकास की गाथा पर सुनियोजित हमला’’ बताते हुए रविवार को कहा कि आरोप ‘‘झूठ के सिवाय कुछ नहीं’’ हैं.
Also Read:
- Gautam Adani: फिरौती के लिए अगवा हुए, 26/11 के हमले में बचे गौतम अडानी के सामने कारोबारी जीवन की सबसे बड़ी चुनौती
- अडाणी समूह के शेयरों में भारी गिरावट जारी, 4 लाख करोड़ रुपए से अधिक का घाटा
- 27 जनवरी को खुलेगा अडानी एंटरप्राइजेज का 20, 000 करोड़ रुपये का FPO, जानें- फ्लोर प्राइस, कैप प्राइस और अन्य डिटेल्स
अडानी समूह ने 413 पन्नों के जवाब में कहा है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ‘‘मिथ्या धारणा बनाने’’ की ‘‘छिपी हुई मंशा’’ से प्रेरित है, ताकि अमेरिकी कंपनी को वित्तीय लाभ मिल सके.
समूह ने कहा, ‘‘यह केवल किसी विशिष्ट कंपनी पर एक अवांछित हमला नहीं है, बल्कि भारत, भारतीय संस्थाओं की स्वतंत्रता, अखंडता और गुणवत्ता तथा भारत की विकास गाथा एवं महत्वाकांक्षाओं पर एक सुनियोजित हमला है.’’
इसने कहा कि हिंडनबर्ग रिसर्च की 24 जनवरी की रिपोर्ट में लगाए गए आरोप ‘‘झूठ के सिवाय कुछ नहीं’’ हैं. समूह ने कहा कि ये दस्तावेज ‘‘चुनिंदा गलत सूचनाओं एवं छुपाकर रखे गए तथ्यों का एक दुर्भावनापूर्ण संयोजन हैं.’’
समूह ने कहा कि ये ‘‘निराधार और शर्मनाक आरोप किसी गुप्त मकसद’’ से लगाए गए हैं.
इसने हिंडनबर्ग की विश्वसनीयता एवं नैतिकता पर सवाल उठाया और कहा कि रिपोर्ट दुर्भावनापूर्ण इरादे से जारी की गई, यह इस बात से स्पष्ट है कि इसे ऐसे समय में जारी किया गया, जब अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड भारत में इक्विटी शेयरों की अब तक की सबसे बड़ी सार्वजनिक पेशकश कर रहा है.
बता दें, न्यूयॉर्क की कंपनी ‘हिंडनबर्ग’ की रिपोर्ट में उद्योगपति गौतम अडानी की अगुवाई वाले समूह पर ‘‘‘खुले तौर पर शेयरों में गड़बड़ी और लेखा धोखाधड़ी’’’ में शामिल होने का आरोप लगाया गया है. कंपनी के इस आरोप के बाद विविध कारोबार से जुड़े समूह की सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट आई है.
गौरतलब है कि अडानी समूह ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह अपनी प्रमुख कंपनी के शेयर बिक्री को नुकसान पहुंचाने के प्रयास के तहत ‘‘बिना सोचे-विचारे’’ काम करने के लिए अमेरिकी वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ ‘‘दंडात्मक कार्रवाई’’ को लेकर कानूनी विकल्पों पर गौर कर रहा है. वहीं, अमेरिकी वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने कहा कि वह अपनी रिपोर्ट पर पूरी तरह कायम है.
हिंडनबर्ग ने अडानी के 413 पेज के खंडन का दिया जवाब
अडानी समूह ने भारत की सफलता के साथ, गौतम अडानी के अध्यक्ष गौतम अडानी के अपने उल्कापिंड उदय और धन को मिलाने का प्रयास किया है. उनके समूह के इस बात से हम असहमत हैं. यह बात पूरी तरह से स्पष्ट होने के लिए, हम मानते हैं कि भारत एक जीवंत लोकतंत्र और एक रोमांचक भविष्य के साथ एक उभरती हुई महाशक्ति है.
Adani Group has attempted to conflate its meteoric rise&wealth of Chairman, Gautam Adani, with the success of India itself. We disagree. To be clear, we believe India a vibrant democracy&an emerging superpower w/an exciting future: Hindenburg responds to Adani’s 413-page rebuttal pic.twitter.com/IgE1HrCsvl
— ANI (@ANI) January 30, 2023
(With agency inputs)
ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें व्यापार की और अन्य ताजा-तरीन खबरें