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BSE Sensex: शेयर बाजार में भारी गिरावट, निवेशकों के 6 लाख करोड़ रुपये डूबे, जानें- डी-स्ट्रीट में क्यों मचा है कोहराम?

BSE Sensex: रूस-यूक्रेन के बीच गहराते संकट से आज दुनियाभर के शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखी गई है, जिसका असर घरेलू शेयर बाजार में देखा गया है. कारोबार के दौरान निवेशकों के 6 लाख करोड़ रुपये डूब गए.

Published: February 22, 2022 12:30 PM IST

By India.com Hindi News Desk | Edited by Manoj Yadav

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(SYMBOLIC IMAGE)

BSE Sensex: रूस-यूक्रेन संकट (Russia – Ukraine Crisis) के बीच मंगलवार को शेयर बाजार (Share Market) के निवेशकों को सुबह के कारोबार में 6 लाख करोड़ रुपये का भारी नुकसान हुआ. सेंसेक्स तकरीबन 1,000 अंक टूट गया और निफ्टी 17,000 अंक के स्तर से नीचे पहुंच गया.

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बिजनेस टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 6.03 लाख करोड़ रुपये कम हो गया, क्योंकि मंगलवार को निवेशकों की संपत्ति 257.39 लाख करोड़ रुपये से गिरकर 251.36 लाख करोड़ रुपये हो गई.

मिड कैप, स्मॉल कैप डिक्लाइन

मिडकैप और स्मॉलकैप काउंटरों पर तेजी से बिकवाली से बाजार की धारणा प्रभावित हुई. बिजनेस टुडे की रिपोर्ट में कहा गया है कि बीएसई का मिडकैप जहां 397 अंक गिरा, वहीं स्मॉलकैप 542 अंक गिरा.

सेंसेक्स-निफ्टी में गिरावट

एनएसई निफ्टी 1.50 प्रतिशत गिरकर 16,948.80 पर, जबकि एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स 1.52 प्रतिशत या 878.82 अंक नीचे 56,804.77 पर था. निवेशकों ने बोर्ड भर में इक्विटी को इस चिंता में छोड़ दिया कि रूस-यूक्रेन तनाव में एक ताजा वृद्धि तेल की कीमतों को बढ़ा सकती है और मुद्रास्फीति को अधिक बढ़ा सकती है.

रूस-यूक्रेन संकट

जानकारों का मानना है कि अगर पश्चिम की ओर से प्रतिक्रिया बढ़ती है तो इससे और समस्याएं पैदा हो सकती हैं और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें निश्चित रूप से भारत के लिए एक प्रमुख हेडविंड हैं, क्योंकि इसका असर मुद्रास्फीति पर होगा. इससे भारत के केंद्रीय बैंक को अपने सुस्त मौद्रिक रुख को छोड़ने के लिए मजबूर किया जा सकता है, जिस पर वह पिछले दो वर्षों से कायम है.

भू-राजनीतिक तनाव और महंगाई

फरवरी में निफ्टी 50 और एसएंडपी सेंसेक्स इंडेक्स अब तक दो फीसदी से अधिक गिर चुके हैं, जो कि भूराजनीतिक तनाव, मुद्रास्फीति के आसपास की चिंताओं और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा अनुमानित दरों में बढ़ोतरी के कारण है.

फोकस में स्टॉक

मुंबई में, निफ्टी पब्लिक सेक्टर बैंक इंडेक्स .NIFTYPSU और निफ्टी मेटल इंडेक्स NIFTYMET अन्य सब-इंडेक्स में क्रमशः दो फीसदी और 1.7 फीसदी की गिरावट के साथ शीर्ष पर रहे. सरकारी खोजकर्ता ऑयल एंड नेचुरल गैस कार्पोरेशन ओएनजीसी, निफ्टी 50 इंडेक्स पर एकमात्र गेनर 0.40 प्रतिशत ऊपर था, क्योंकि रूस-यूक्रेन संकट पर बढ़ती आशंकाओं के कारण तेल की कीमतें सात साल के उच्च स्तर पर पहुंच गईं.

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Published Date: February 22, 2022 12:30 PM IST