
Budget 2022: केंद्रीय बजट की रोचक बातें, जो आपको जानना है जरूरी!
Budget 2022: केंद्रीय बजट पेश करना एक पुरानी परंपरा रही है, लेकिन वक्त के साथ इसमें कई तरह के बदलाव और सुधार किए गए. बजट को पिछले साल पारंपरिक ‘बही खाता’ में बदल गया और इस बार इसे इलेक्ट्रॉनिक टैबलेट के साथ बदल दिया गया.

Budget 2022: केंद्रीय बजट (Union Budget) पेश करना एक पुरानी परंपरा है, जो देश की आजादी से पहले ही शुरू हो गई थी. लेकिन वक्त के साथ इसमें काफी बदलाव और सुधार किए गए. बजट ब्रीफकेस के रूप में शुरू हुआ था, लेकिन वह पिछले साल पारंपरिक ‘बही खाता’ में बदल गया और इस बार इसे इलेक्ट्रॉनिक टैबलेट के साथ बदल दिया गया.
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केंद्रीय बजट के बारे में कुछ रोचक तथ्य इस प्रकार हैं:
- बजट शब्द की व्युत्पत्ति फ्रांसीसी शब्द ‘बौगेट’ से हुई है जिसका अर्थ है ‘छोटा बैग’.
- भारत का पहला केंद्रीय बजट 7 अप्रैल, 1860 को ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा ब्रिटिश क्राउन को पेश किया गया था.
- यह स्कॉटिश अर्थशास्त्री जेम्स विल्सन द्वारा प्रस्तुत किया गया था.
- 1900 के दशक में पेश किए जाने तक बजट में ‘इन्फ्रास्ट्रक्चर’ शब्द नहीं था.
- आजाद भारत का पहला बजट 26 नवंबर, 1947 को पेश किया गया था.
- इसे आरके भारत के पहले वित्त मंत्री शानुखम चेट्टी ने पेश किया था.
- बजट का लगभग 46 प्रतिशत 92.74 करोड़ रुपये रक्षा के लिए आवंटित किया गया था.
- बजट केवल 1955 तक अंग्रेजी भाषा में छपा था.
- 1955-56 से यह अंग्रेजी और हिंदी दोनों में छपा है.
- पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी वित्त वर्ष 1970-71 में बजट पेश करने वाली भारत के इतिहास की पहली महिला थीं.
- निर्मला सीतारमण 2019 में बजट पेश करने वाली पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री बनीं.
- पूर्व वित्त मंत्री मोरारजी देसाई के नाम 10 बार सबसे ज्यादा बजट पेश करने का रिकॉर्ड है.
- पहली बार 2017 में, रेल बजट को केंद्रीय बजट में शामिल कर दिया गया.
- ये बदलाव पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पेश किए थे.
- सबसे लंबा बजट भाषण देने का रिकॉर्ड स्वर्गीय अरुण जेटली के नाम है. उन्होंने 2014 में 2.5 घंटे लंबा बजट भाषण दिया था.
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