
मंत्रिमंडल ने दूरसंचार क्षेत्र के लिए 12,195 करोड़ रुपये की पीएलआई योजना को दी मंजूरी
मंत्रिमंडल ने दूरसंचार क्षेत्र के लिए 12,195 करोड़ रुपये की पीएलआई योजना को मंजूरी दी है.

दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार को उम्मीद है कि इस योजना से देश में दूरसंचार के 2,44,200 करोड़ रुपये मूल्य से अधिक उपकरणों का उत्पादन किया जाएगा. अगले पांच वर्षों में 1,95,360 करोड़ रुपये का निर्यात किया जाएगा.
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केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज दूरसंचार और नेटवर्किंग उत्पादों के लिए 12,195 करोड़ रुपये की उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना को मंजूरी दी.
मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए, दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि केंद्र भारत को विनिर्माण के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है और व्यापार को आसान करने के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि सरकार को उम्मीद है कि इस योजना से देश में 2,44,200 करोड़ रुपये से अधिक के दूरसंचार उपकरणों का उत्पादन होगा, 1,95,360 करोड़ रुपये का निर्यात होगा, 40,000 नए रोजगार सृजित होंगे और आने वाले पांच वर्षों में लगभग 17,000 करोड़ रुपये टैक्स के रूप में राजस्व सरकार को मिलेगा.
मंत्री ने यह भी कहा कि देश में लैपटॉप और टैबलेट पीसी के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार जल्द ही एक पीएलआई योजना लेकर आएगी.
सरकार की विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस योजना की पात्रता संचयी वृद्धिशील निवेश और निर्मित वस्तुओं के शुद्ध बिक्री की कुल बिक्री की न्यूनतम सीमा की उपलब्धि के अधीन होगी. वित्तीय वर्ष 2019-20 को करों के शुद्ध माल की संचयी वृद्धिशील बिक्री की गणना के लिए आधार वर्ष के रूप में माना जाएगा.
पीएलआई योजना में कोर ट्रांसमिशन उपकरण, 4 जी / 5 जी अगली पीढ़ी के रेडियो एक्सेस नेटवर्क और वायरलेस उपकरण, एक्सेस और ग्राहक परिसर उपकरण (सीपीई), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) एक्सेस डिवाइस, अन्य वायरलेस उपकरण और उद्यम उपकरण जैसे स्विच, राउटर शामिल होंगे.
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