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पटना: अगर ईमानदारी से मेहनत की जाए तो सफलता मिलना निश्चित है, इसे सार्थक कर दिखाया है बिहार के गणितज्ञ आनंद कुमार ने. गणितज्ञ आनंद कुमार के सुपर 30 कोचिंग संस्थान के बच्चों ने इस बार IIT-JEE अडवांस के नतीजों में एक बार फिर से अपना परचम लहरा दिया है. सुपर 30 में इस बार 30 में से 26 बच्चों ने IIT-JEE अडवांस परीक्षा पास कर ली है. बेहद गरीब परिवारों से आने वाले ये बच्चे इतने समर्थ नहीं होते कि अपनी कोचिंग की फीस के पैसे दे सकें, ऐसे में इन बच्चों का IIT-JEE अडवांस परीक्षा को पास कर लेना बड़ी उपलब्धि है.
मेहनत और ईमानदारी से मिली सफलता
इस साल मिली सफलता के बारे में बताते हुए सुपर 30 कोचिंग संस्थान चलाने वाले आनंद कुमार ने कहा, ”आज फिर से एक बार आई.आई.टी. प्रवेश परीक्षा के नतीजों ने यह साबित कर दिया है कि जब ईमानदार कोशिश और बेहिसाब मेहनत एक साथ मिल जाए तब कामयाबी कदम चूम ही लेती है. इस बार भी मेरे सुपर 30 के 30 में से 26 बच्चों ने सफलता का परचम लहराकर यह सिद्ध कर दिया कि मेहनत कभी बेकार नहीं जाती.
जबकि एक स्टूडेंट्स ने एन.डी.ए. और एक ने नीट में पहले से ही सफलता हासिल कर ली है. समाज के एकदम अंतिम पायदान पर खड़े इन बच्चों की सफलता उन तमाम बच्चों के लिए एक सन्देश है जिनके पास सुविधाएँ और संसाधन नहीं हैं लेकिन कुछ कर गुजरने का हौसला जरुर है. मैं आप सभी का आभारी हूँ जिन्होंने कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी मेरा साथ दिया और हौसला बढ़ाया है. मुझे यकीन है कि आपका आशीर्वाद और शुभकामनाएं आगे भी मेरे साथ रहेंगी.”
क्या है सुपर 30
सुपर 30 की स्थापना वर्ष 2002 में गणितज्ञ आनंद कुमार ने की थी. इस कोचिंग सस्थान में उन छात्रों को लिया जाता है जो आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं और अपनी कोचिंग की फीस नहीं दे सकते. चुने गए छात्रों को पूरे साल पटना में ही रहकर पढ़ाई करनी होती है और उनकी कोचिंग से लेकर रहने, खाने-पीने और किताबों तक का खर्चा सुपर 30 संस्थान द्वारा ही दिया जाता है.
2002 में जब सुपर 30 को शुरू किया गया था तब 30 में से 18 छात्रों को सफलता मिली थी उसके बाद धीरे-धीरे ये कारवां बढ़ता गया और 2008 में पहली बार संस्थान के 30 के 30 बच्चों ने आईआईटी परीक्षा को पास किया था. इसके बाद वर्ष 2017 में भी सभी 30 बच्चों ने आईआईटी परीक्षा को पास किया था. बता दें कि आनंद कुमार इस कोचिंग के लिए कोई सरकारी या प्राइवेट मदद नहीं लेते और अपने खर्च पर ही संस्थान में बच्चों को कोचिंग देते हैं.
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