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किसे और क्‍यों मिलती है Z +, Z, Y और X श्रेणी की सेक्‍योरिटी, जानें

आपने अक्‍सर सुना होगा कि इस राजनेता को या किसी ब‍िजनेस मैन को जेड प्‍लस सेक्‍योरिटी दी जा रही है या वाई स्‍तर की सुरक्षा दी जा रही है. क्‍या आप जानते हैं कि Z +, Z, Y और X श्रेणी की सेक्‍योरिटी का क्‍या अर्थ होता है. किसे ये सेक्‍योरिटी दी जाती है और क्‍यों.

Updated: March 24, 2022 5:39 PM IST

By Vandanaa Bharti

किसे और क्‍यों मिलती है Z +, Z, Y और X श्रेणी की सेक्‍योरिटी, जानें
जेड प्‍लस सेक्‍योरिटी

‘द कश्‍मीर फाइल्‍स’ (Kashmir Files) के निदेशक विवेक अग्‍न‍िहोत्री (Vivek Agnihotri) को गृह मंत्रालय द्वारा Y श्रेणी और CRPF की सुरक्षा दी गई है. निदेशक को जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं. हाल ही में हिजाब पर फैसला सुनाने वाले कर्नाटक के तीन जजों को भी वाई श्रेणी की सेक्‍योरिटी देने की घोषणा की गई है. विवेक अग्‍न‍िहोत्री की तरह ही कई राजनेताओं, फिल्‍मकारों, बिजनेस मैन और अन्‍य को Z +, Z, Y और X श्रेणी की सेक्‍योरिटी प्रदान की जाती रही है. आपके मन में यह सवाल जरूर आता होगा कि Z +, Z, Y और X श्रेणी की सेक्‍योरिटी किसे और क्‍यों दी जाती है. यहां हम आपको इसके बारे में बता रहे हैं.

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1. Z+ श्रेणी की सेक्‍योरिटी

देश में Z+ सेक्‍योरिटी को सर्वोच्‍च श्रेणी की सुरक्षा माना जाता है.
इसमें 55 सेक्‍योरिटी पर्सन होते हैं, इसमें 10 NSG कमांडो और पुलिस शामिल होते है.
हर कमांडो मार्शल आर्ट्स में एक्‍सपर्ट होता है और अनआर्म्‍ड कांबैट होता है.
Z+ सेक्‍योरिटी NSG कमांडो द्वारा दी जाती है, इनके पास MP5 गन होती है और बिल्‍कुल नये जमाने के मॉर्डन कम्‍युनिकेशन गैजेट्स होते हैं.
देश के VIPs को जैसे कि पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह (BJP President Amit Shah), यूपी सीएम योगी आदित्‍यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) और अन्‍य को जेड प्‍लास सेक्‍योरिटी दी जाती है.

2. Z श्रेणी की सुरक्षा

इस श्रेणी की सेक्‍योरिटी में 22 सुरक्षाकर्मी होते हैं, जिसमें 4 या 6 NSG कमांडो और पुलिस कर्मी होते हैं.
यह सुरक्षा दिल्‍ली पुलिस या ITBP या CRPF द्वारा दी जाती है और इसमें एक एस्‍कॉट कार भी शामिल होती है.
Z सेक्‍योरिटल योग गुरु रामदेव और कई फिल्‍मी लोगों को दी गई है.

3. Y श्रेणी की सुरक्षा

Y श्रेणी की सुरक्षा में 8 सुरक्षा कर्मी होते हैं, इसमें 1 या 2 कमांडो होते हैं और पुलिस कर्मी.
इसमें दो पर्सनल सेक्‍योरिटी ऑफिसर (PSOs) भी होते हैं.
भारत में यह सुरक्षा बहुत से लोगों के पास है.

4. X श्रेणी की सुरक्षा

X श्रेणी की सेक्‍योरिटी में दो सुरक्षा कर्मी होते हैं. कोई कमांडो नहीं होता है. सिर्फ आर्म पुलिस होते हैं.
यह पर्सनल सेक्‍योरिटी ऑफिसर होते हैं. यह सुविधा भी बहुत से लोगों को प्रदान की गई है.


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