
यूपी: आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को पढ़ाई के लिए ये विश्वविद्यालय देगा लोन, नहीं चुकाना होगा ब्याज
अगर आप यूपी में रहते हैं और पैसे के अभाव के कारण पढ़ाई पूरी नहीं कर पा रहे हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है. यूपी का यह विश्वविद्यालय अब छात्रों को न केवल पढ़ने के लिए लोन देगा, बल्कि वह इस लोन पर ब्याज भी नहीं लेगा. पूरी डिटेल यहां चेक करें.

लखनऊ: पैसे के अभाव में बहुत से छात्र बीच में ही अपनी पढ़ाई छोड़ देते हैं. ऐसे छात्रों के लिए बहुत ही अच्छी खबर है. उत्तर प्रदेश में वाराणस स्थित बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी ने लोन स्कीम शुरू की है. इसके तहत आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को लोन दिया जाएगा और इस लोन पर कोई ब्याज नहीं लगाया जाएगा. यानी यह पूरी तरह से ब्याज मुक्त ऋण सहायता योजना है.
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यूनिवर्सिटी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस स्कीम का फायदा वे छात्र उठा सकेंगे, जिनके पास बीपीएल कार्ड है या जिनके माता-पिता COVID-19 के कारण अब इस दुनिया में नहीं रहे और बच्चा उनकी ही कमाई पर निर्भर था, तो ऐसे छात्रों को 12000 रुपये की वार्षिक सहायता दी जाएगी.
यह कदम इसलिये उठाया गया है, ताकि वह बिना किसी रुकावट के, यूनिवर्सिटी में अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें. हालांकि, इस स्कीम का लाभ उठाने के लिए उन्हें दो फैकल्टी मेमबर के रिकमंडेशन के भी जरूरत पड़ेगी.
कुलपति प्रो सुधीर कुमार जैन ने बयान में कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों को हर संभव मदद करेगा ताकि वे अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें. उन्होंने कहा कि वित्तीय सहायता ब्याज मुक्त ऋण होगी. फिलहाल 1000 छात्रों को इस स्कीम का लाभ दिया जाएगा. अभी तक 200 छात्रों के आवेदन आ चुके हैं, जिसमें से 103 छात्रों के आवेदन को स्वीकार कर लिया गया है.
कैसे वापस करना होगा लोन :
छात्रों की पढ़ाई पूरी होने के बाद जब उनकी नौकरी लग जाएगी, तब वे दो साल में आसान किश्तों में लोन वापस कर सकते हैं. लोन चुकाने की जिम्मेदारी छात्रों के माता-पिता पर नहीं होगी और ना ही फैकल्टी मेम्बर पर, जिन्होंने छात्र का नाम रिकमंड किया.
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