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BJP, Arvind Kejriwal, Delhi Govt, oxygen Audit Report, Covid-19, Manish Sisodia, Delhi, AAP, News, नई दिल्ली: बीजेपी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी दिल्ली में ऑक्सीजन की जरूरत से चार गुना अधिक मांग की थी और उनके इस झूठ के कारण कम से कम 12 राज्यों में जीवन रक्षक ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित हुई. वहीं, दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भाजपा के आरोपों को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि ऐसी कोई रिपोर्ट है ही नहीं. उन्होंने यह पलटवार भी किया कि कथित रिपोर्ट बीजेपी मुख्यालय में तैयार की गई है. वहीं मुख्यमंत्री अरविंंद केजरीवाली ने भी इस मामले में जवाब दिया है.
My crime – I fought for the lives of 2 crore people of Delhi, says Delhi CM Arvind Kejriwal on ‘exaggerated oxygen need’ mentioned in Interim Report of Oxygen audit in NCT of Delhi pic.twitter.com/M9AIeLoJR2
— ANI (@ANI) June 25, 2021
सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिल्ली में ऑक्सीजन का लेखाजोखा करने के लिए गठित की गई एक समिति की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने चार गुना झूठ बोलकर ना सिर्फ जघन्य अपराध किया बल्कि आपराधिक लापरवाही की है.
It is unbelievable to see that Arvind Kejriwal & Delhi govt politicised oxygen supply when #COVID was at its peak. This is such petty politics. The data presented by Oxygen Audit Committee in the report is shocking: BJP leader Sambit Patra pic.twitter.com/2YunmAczzO
— ANI (@ANI) June 25, 2021
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भाजपा के आरोपों को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि ऐसी कोई रिपोर्ट है ही नहीं. उन्होंने यह पलटवार भी किया कि कथित रिपोर्ट भाजपा मुख्यालय में तैयार की गई है.
BJP leaders have been talking about a so-called report which states that there was no O2 shortage in Delhi during COVID peak & Delhi exaggerated its O2 requirement by 4 times. Let me tell you that the report BJP has been quoting doesn’t even exist: Delhi Dy CM Manish Sisodia pic.twitter.com/yG17AiO9f2
— ANI (@ANI) June 25, 2021
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि दूसरी लहर के दौरान जब संक्रमण के मामले चरम पर थे, तब दिल्ली सरकार ने 1,140 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की मांग की थी जबकि वह 209 मीट्रिक टन का भी इस्तेमाल नहीं कर पाई थी. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के फार्मूले के मुताबिक भी देखा जाए तो उसे 351 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत थी, जबकि केंद्र सरकार के आकलन के मुताबिक जरूरत 209 मीट्रिक टन की थी और केजरीवाल सरकार ने 1,140 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता जताई थी.
बीजेपी प्रवक्ता कहा, ”कल्पना कीजिए , किस प्रकार का अपराध हुआ है. यह अरविंद केजरीवाल का जघन्य अपराध है. यह आपराधिक लापरवाही है जैसा कि समिति ने कहा है कि उन्होंने चार गुना अधिक ऑक्सीजन की मांग की थी. इस रिपोर्ट ने कोविड-19 के प्रबंधन में विफल होने पर दोष दूसरे पर मढ़ने की राजनीति का पर्दाफाश कर दिया है.”
यह अरविंद केजरीवाल द्वारा किया गया जघन्य अपराध: पात्रा
भाजपा प्रवक्ता ने कहा ”इस झूठ के कारण, 12 राज्यों को ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रभावित हुई, क्योंकि सभी जगह से ऑक्सीजन की मात्रा कम कर दिल्ली भेजना पड़ा था.”
पात्रा ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार के कुप्रबंधन की वजह से राजधानी दिल्ली में उस वक्त ऑक्सीजन के टैंकर सड़क पर खड़े रहे जब लोगों को इसकी सबसे अधिक जरूरत थी. उन्होंने कहा, ”अगर ये ऑक्सीजन दूसरे राज्यों में उपयोग होती तो कई लोगों की जान बच सकती थी. यह अरविंद केजरीवाल द्वारा किया गया जघन्य अपराध है.
राजनीति में पहली बार चार गुना झूठे साबित हो रहे हैं दिल्ली के मुख्यमंत्री
भाजपा प्रवक्ता ने उम्मीद जताई कि इसके लिए उच्चतम न्यायालय में मुख्यमंत्री जिम्मेदार ठहराए जाएंगे और जो अपराध उन्होंने किया है, उसके लिए उन्हें दंडित किया जाएगा. उन्होंने कहा, ”हिंदुस्तान की राजनीति में पहली बार चार गुना झूठे साबित हो रहे हैं दिल्ली के मुख्यमंत्री. यह छोटी बात नहीं है. अरविंद केजरीवाल को जनता को जवाब देना होगा.”
नाकामी छिपाने और केंद्र को दोषी ठहराने केजरीवाल ने झूठ बोला
पात्रा ने कहा कि तीन मई को एक ही दिन मुंबई और दिल्ली में लगभग एक समान संक्रमण के मामले थे, लेकिन मुंबई ने 275 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता जताई वहीं दिल्ली ने 900 मीट्रिक टन की मांग की थी. दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साधते हुए भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार 100 फीसदी विज्ञापन और जीरो प्रतिशत कोविड प्रबंधन के फार्मूले पर काम कर रही है. पात्रा ने दावा किया कि अपनी नाकामी को छिपाने और केंद्र सरकार को दोषी ठहराने के लिए केजरीवाल ने ऑक्सीजन को लेकर झूठ बोला.
जो व्यक्ति ऑक्सीजन के लिए इतना बड़ा झूठ बोल सकता है, वह राशन के लिए कितना झूठ बोल सकता है?
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि इसी प्रकार केजरीवाल कोविड-19 रोधी टीकों और घर-घर राशन पहुंचाने की योजना पर राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि राजधानी में टीकों की कोई कमी नहीं है. उन्होंने कहा, जो व्यक्ति ऑक्सीजन के लिए इतना बड़ा झूठ बोल सकता है वह राशन के लिए कितना झूठ बोल सकता है? राजधानी के जयपुर गोल्डेन अस्पताल और बत्रा अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के चलते हुई लोगों की मौत के लिए भी पात्रा ने केजरीवाल सरकार को दोषी ठहराया.
उप मुख्यमंत्री सिसोदिया ने बीजेपी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया
पात्रा के आरोपों का जवाब देते हुए, दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भाजपा पर ऐसी रिपोर्ट को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ”ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं है. हमने सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित ‘ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी’के सदस्यों से बात की है. उन्होंने कहा कि ऐसी किसी रिपोर्ट पर उन्होंने हस्ताक्षर नहीं किए हैं. भाजपा झूठी रिपोर्ट पेश कर रही है, जो उसकी पार्टी मुख्यालय में तैयार की गई है. मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि ऐसी रिपोर्ट पेश करें, जिस पर ‘ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी’ के सदस्यों ने हस्ताक्षर किए हों.”
सिसोदिया का आरोप, केंद्र के कुप्रबंधन के कारण ही ऑक्सीजन का संकट पैदा हुआ था
डिप्टी सीएम सिसोदिया ने कहा कि ऐसा करके भाजपा केवल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का ही अपमान नहीं कर रही, बल्कि उन लोगों का भी अपमान कर रही है, जिन्होंने कोरोना वायरस के कहर के दौरान अपने परिवार वालों को खो दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के कुप्रबंधन के कारण ही ऑक्सीजन का संकट उत्पन्न हुआ था. दिल्ली में अप्रैल और मई में कोविड-19 की दूसरी लहर का बहुत बुरा असर हुआ था. इस दौरान शहर के विभिन्न अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के कारण रोजाना कई लोगों की मौत हुई थी.
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