Top Recommended Stories

Farmers Protest: ठंड और बारिश के बीच 41 वें दिन अब भी दिल्ली के बॉर्डर पर डटे किसान, आंदोलनकारी खुले बदन प्रदर्शन करते आए नजर

भीषण सर्दी के मौसम में विभिन्न राज्यों के किसान दिल्ली से लगी सीमाओं पर पिछले 41 दिन से डटे हैं

Published: January 5, 2021 1:00 PM IST

By India.com Hindi News Desk | Edited by Laxmi Narayan Tiwari

Farmers Protest: ठंड और बारिश के बीच 41 वें दिन अब भी दिल्ली के बॉर्डर पर डटे किसान, आंदोलनकारी खुले बदन प्रदर्शन करते आए नजर
आंदोलनकारी क‍िसान बारिश और कड़ाके की ठंड के बावजूद द‍िल्‍ली की सीमाओं पर व‍िरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

farmers Protest, Singhu border, Farm Laws, kisan andolaan, kisan andolaan delhi: देश में आज मंगलवार को किसान आंदोलन का 41वां दिन है और पिछले तीन दिनों से यहां हो रही भीषण सर्दी, बारिश और जलभराव की स्थिति में भी किसान विवादित कृषि कानूनों को वापस लेने एवं एमएसपी की कानूनी गारंटी की अपनी मांग को लेकर दिल्ली से लगी सीमाओं पर डटे हैं.कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है. किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर सुरक्षा बल तैनात हैं. क‍ि‍सान खराब मौसम में  आंदोलनकारी खुले बदन प्रदर्शन करते नजर आए हैं.

भीषण सर्दी के मौसम में विभिन्न राज्यों के किसान दिल्ली से लगी सीमाओं पर पिछले 41 दिन से डटे हैं. इनमें अधिकतर किसान पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से हैं.

You may like to read

कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है. किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर सुरक्षा बल तैनात है. देश्‍ की राजधानी और सीमवर्ती इलाकों शहर में पिछले कुछ दिनों से बारिश हो रही है. इसे देखते हुए दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (डीएसजीएमसी) ने शहर के सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को बारिश से बचाने के लिये तंबुओं में अस्थायी ऊंचे बिस्तर उपलब्ध कराए हैं. तंबुओं के मुख्य मंच के ठीक पीछे और राजमार्ग के ढलान वाले हिस्से पर होने के कारण, वहां बारिश में जलभराव का खतरा बना रहता है.

बता दें सरकार और किसान संगठनों के बीच सोमवार को हुई 7वें दौर की वार्ता भी बेनतीजा रही थी. किसान संगठनों के प्रतिनिधि इन कानूनों को पूरी तरह निरस्त करने की अपनी मांग पर अड़े रहे जबकि सरकार कानूनों की ”खामियों” वाले बिंदुओं या उनके अन्य विकल्पों पर चर्चा करना चाह रही थी. दोनों के बीच अब अगली बातचीत आठ जनवरी को होगी.


बैठक के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने पत्रकारों से बात करते हुए अगली बैठक में सकारात्मक वार्ता होने और समाधान निकलने की उम्मीद जतायी, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ”समाधान पर पहुंचने के लिए दोनों पक्षों की ओर से प्रयास किए जाने चाहिए”.

किसान पिछले साल नवंबर से दिल्ली की कई सीमाओं पर डटे हैं. वहीं, यातायात पुलिस के अधिकारी लगातार ट्विटर पर लोगों को बंद एवं परिवर्तित मार्गों की जानकारी दे रहे हैं. यातायात पुलिस ने मंगलवार को सिलसिलेवार ट्वीट में बताया कि सिंघू, औचंदी, प्याऊ मनियारी, सबोली और मंगेश बॉर्डर बंद हैं. दिल्‍ली ट्रैफिक पुलिस ने कहा, ”कृपया लामपुर, सफियाबाद, पल्ला और सिंघू स्कूल टोल टैक्स बार्डर से होकर जाएं. मुकरबा और जीटेके रोड पर भी यातायात परिवर्तित किया गया है. आउटर रिंग रोड, जीटीके रोड और एनएच-44 पर जाने से भी बचें.”

दिल्‍ली ट्रैफिक पुलिस ने ट्वीट किया, ”चिल्ला और गाजीपुर बॉर्डर नोएडा तथा गाजीपुर से दिल्ली आने वाले लोगों के लिए बंद है. कृपया आनंद विहार, डीएनडी, अप्सरा, भोपुरा और लोनी बॉर्डर से होकर दिल्ली आएं.” दिल्‍ली ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि टिकरी, ढांसा बॉर्डर पर यातायात पूरी तरह बंद है.

यातायात पुलिस ने कहा, ”झटीकरा बॉर्डर केवल हल्के वाहनों, दो-पहिया वाहनों और राहगीरों के लिए खुला है.” उसने कहा कि हरियाणा जाने के लिए झाड़ोदा (वन सिंगल कैरिजवे), दौराला, कापसहेड़ा, रजोकरी एनएच-8, बिजवासन/ बजघेड़ा, पालम विहार और डूंडाहेड़ा बॉर्डर खुले हैं.

Also Read:

ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें Delhi की और अन्य ताजा-तरीन खबरें

By clicking “Accept All Cookies”, you agree to the storing of cookies on your device to enhance site navigation, analyze site usage, and assist in our marketing efforts Cookies Policy.

?>