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जब भारतीय सिनेमा का इतिहास देख चिरंजीवी को महसूस हुआ अपमान, जानिए 33 साल पहले क्या हुआ था?

चिरंजीवी ने कहा, मैं दक्षिण फिल्मों की लालसा से दीवार पर देखते हुए आगे बढ़ रहा था, हालांकि वहां जयललिता के साथ एमजीआर और प्रेम नजीर की एक ही फोटो थी, जिसे उन्होंने साउथ फिल्म इंडस्ट्री का टाइटल दिया.

Updated: April 26, 2022 4:22 PM IST

By Akarsh Shukla

जब भारतीय सिनेमा का इतिहास देख चिरंजीवी को महसूस हुआ अपमान, जानिए 33 साल पहले क्या हुआ था?

Actor Chiranjeevi felt insulted: एक समय जहां बॉक्स ऑफिस पर बॉलीवुड (Bollywood) के एकक्षत्र राज हुआ करता था, वहीं अब हिंदी फिल्म इंडस्ट्री धीरे-धीरे सिकुड़ती जा रही है. पिछले कुछ वर्षों से साउथ फिल्म इंडस्ट्री को देश का हर कोना खूब पसंद कर रहा है, चाहे वो बाहुबली (Bahubali) हो या केजीएफ (KGF), पैन इंडियन फिल्में लगातार बॉक्स ऑफिस पर नए रिकॉर्ड बना रही हैं. अब बॉलीवुड भी साउथ फिल्म मेकर्स के साथ मिलकर फिल्में बना रहा है. हाल ही में सुपरस्टार एक्टर चिरंजीवी (Chiranjeevi) ने एक घटना को याद कर अपने साथ हुए ‘भेदभाव’ वाले रवैये का जिक्र किया है.

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33 साल बाद चिरंजीवी ने किया खुलासा

अभिनेता चिरंजीवी ने अपनी आगामी तेलुगू फिल्म ‘आचार्य’ की रिलीज से पहले एक कार्यक्रम में उस दिन को याद करते हुए कहा कि बात 1989 की है, जब वो अपनी पत्नी के साथ दिल्ली में एक अवॉर्ड सेरेमनी को अटेंड करने पहुंचे थे. दरअसल, चिरंजीवी को पुरस्कार समारोह में आमंत्रित किया गया था जहां उनकी फिल्म रुद्रवीना को प्रतिष्ठित नरगिस दत्त पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा था. अवॉर्ड सेरेमनी से एक शाम पहले उन्होंने एक टी पार्टी में शिरकत की, जहां उन्होंने भारतीय सिनेमा के इतिहास को दिखाते हुए एक दीवार देखी.

साउफ फिल्म इंडस्ट्री को दी गई छोटी जगह

चिरंजीवी ने बताया कि उस दीवार को देखकर उन्हें अपमानित महसूस हुआ क्योंकि उस पर साउथ फिल्म इंडस्ट्री के एक्टर्स को बहुत छोटी जगह दी गई थी. चिरंजीवी ने कहा, ‘मैं दक्षिण फिल्मों की लालसा से दीवार पर देखते हुए आगे बढ़ रहा था, हालांकि वहां जयललिता के साथ एमजीआर और प्रेम नजीर की एक ही फोटो थी, जिसे उन्होंने साउथ फिल्म इंडस्ट्री का टाइटल दिया. बस इतना ही.’

‘मैं बहुत अपमानित महसूस कर रहा था’

चिरंजीवी ने खुद से सवाल किया, क्या वो राज कुमार या विष्णुवर्धन या एनटी रामाराव या नागेश्वर राव या शिवाजी गणेशन या यहां तक ​​कि हमारे उद्योगों के दिग्गज फिल्म निर्माताओं को नहीं पहचानते थे? चिरंजीवा ने कहा कि उस पल मैं बहुत अपमानित महसूस कर रहा था. उस दीवार पर सिर्फ हिंदी सिनेमा को ही भारतीय सिनेमा बताया गया था, जिससे मुझे दुख हुआ.

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Published Date: April 26, 2022 4:21 PM IST

Updated Date: April 26, 2022 4:22 PM IST