
Lata Mangeshker Death: स्वर की देवी लता मंगेशकर हमेशा के लिए हमसे रूठ गईं, आज भी याद आता है वो दिन....
Lata Mangeshker Death: देश की ‘स्वर कोकिला’ नहीं रहीं. पिछले एक महीने से वो जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही थीं. मशहूर गायक और सांसद हंसराज हंस ने दीदी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी.

Lata Mangeshker Death: देश की ‘स्वर कोकिला’ नहीं रहीं. पिछले एक महीने से वो जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही थीं. लता मंगेशकर की तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें मुम्बई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका निधन हो गया. मशहूर सिंगर और सांसद हंसराज हंस ने भी लता दीदी को विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए इंडिया.कॉम से कहा कि दीदी के साथ एक सदी का अंत हो गया. स्वर की देवी हमसे हमेशा के लिए रूठ गईं. हमारे देश की सबसे अमूल्य धरोहर. सबसे अजीज़ सबसे महान हस्ति को पीढ़ी दर पीढ़ी सुना जाता रहा है. हंसराज हंस ने कहा मैं जब भी दीदी से मिलता था तो लगता था कि मां से मिल रहा हूं. मैं जब भी उनसे मिला तो लगा कि हमेशा उनके चरणों में बैठा हूं. आज जब ये खबर सुनी तो मैंने मन ही मन प्रार्थना की काश ये खबर झूठी हो.
Also Read:
हंसराज हंस ने कहा कि हम उन्हें बहुत याद करेंगे. एक बार मुझे उनके जन्मदिन पर गाने का मौका मिला. अभी वो यादें मेरी आंखों के सामने तैर रही हैं. बहुत सारी यादें हैं उनके साथ. बहुत तकलीफदेह है उनका इस तरह जाना.
बता दें, उनका जाना इंडियन सिनेमा का सबसे बड़ा नुकसान है. लता मंगेशकर की सेहत को लेकर हर दिन नए नए अपडेट भी सामने आ रहे थे. कुछ दिनों पहले खबर आई थी कि उनकी सेहत में सुधार हो रहा है मगर बीती रात उनकी सेहत अचानक से बिगड़ गई और उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया था.

लता मंगेशकर के अंतिम दर्शन और अंतिम संस्कार का वक़्त
लता मंगेशकर डॉ. प्रतीत समदानी के इलाज में थीं. उनकी सेहत का खूब ध्यान रखा जा रहा था. भारत की ‘स्वर कोकिला’ लता मंगेशकर ने 20 भाषाओं में 30,000 गाने गाये है. बता दें कि लता जी ने जब 1947 मेंफ़िल्म “आपकी सेवा में” गीत गाया तब उन्हें पहली बार पहचान मिली थी. इस गीत के बाद तो आपको फ़िल्म जगत में एक पहचान मिल गयी और एक के बाद एक कई गीत गाने का मौक़ा मिला.
ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें मनोरंजन की और अन्य ताजा-तरीन खबरें