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SUV, कॉम्पैक्ट SUV और मिनी SUV को लेकर हैं कंफ्यूज! जानें आपके लिए कौन है परफेक्ट

SUV का फुल फॉर्म स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल है. इसमें स्पोर्ट्स शब्द का अपना महत्व है. SUV को बनाया ही स्पोर्टी एक्टिविटी के लिए गया है. SUV अपने पॉवर डिलीवरी के लिए जानी जाती हैं. यदि आपको पॉवर की जरूरत होती है, आपको ऑफ रोडिंग करना है और ..

Updated: June 28, 2022 6:37 PM IST

By Rajneesh

SUV, कॉम्पैक्ट SUV और मिनी SUV को लेकर हैं कंफ्यूज! जानें आपके लिए कौन है परफेक्ट

कार सेगमेंट में बीते कुछ सालों से SUV सेगमेंट काफी चर्चा में है. अपने बेहतरीन परफॉर्मेंस और अन्य खूबियों के चलते लोग काफी पसंद भी कर रहे हैं. फिलहाल SUV तीन तरह की कैटेगरी में बंटी हुई है. इनमें फुल साइज SUV, कॉम्पैक्ट SUV और सब कॉम्पैक्ट SUV हैं. फिलहाल सबकॉम्पैक्ट SUV अधिकतर कार निर्माता कंपनियों की लिस्ट में हैं. हालांकि इन सभी की अपनी खासियत और कमियां हैं. तो हम समझते हैं कि यदि आप कभी इनमें से किसी भी सेगमेंट की कार लेना चाहें तो आपकी जरूरत के मुताबिक कौन सी बेस्ट रहेगी..

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साइज

एसयूवी और कॉम्पैक्ट एसयूवी में बड़ा अंतर इनके साइज का होता है. फुल साइज SUV जहां भारी और बल्की लुक वाली होती है वहीं कॉम्पैक्ट एसयूवी साइज में हल्की होती है. कॉम्पैक्ट एसयूवी को चलाते हुए आपको फुल साइज एसयूवी वाला फील भी मिलता है ये बल्की भी नहीं महसूस होती.

कॉम्पैक्ट एसयूवी को आप शहर और हाइवे में कहीं भी परफेक्ट तरीके से राइड कर सकते हैं जबकि एसयूवी का संकरी गलियों और ट्रैफिक में फंसने का चांस बना रहता है.

सीटिंग

सीटिंग के मामले में फुल साइज SUV में जहां 6-7 लोगों के बैठने की जगह होती है वहीं कॉम्पैक्ट एसयूवी में अधिकतम 5 लोगों के बैठने की जगह होती है. फुल साइज एसयूवी में टोयोटा फॉर्च्यूनर, फोर्ड एंडेवर, महिंद्रा XUV500 जैसी गाड़ियां हैं तो वहीं कॉम्पैक्ट एसयूवी में टाटा नेक्सन, हुंडई क्रेटा, मारुति सुजुकी ब्रेजा, किआ सेल्टॉस जैसी कारें हैं.

पॉवर

SUV का फुल फॉर्म स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल है. इसमें स्पोर्ट्स शब्द का अपना महत्व है. SUV को बनाया ही स्पोर्टी एक्टिविटी के लिए गया है. SUV अपने पॉवर डिलीवरी के लिए जानी जाती हैं. यदि आपको पॉवर की जरूरत होती है, आपको ऑफ रोडिंग करना है और ऊबड़-खाबड़ सड़कों पर चलना पड़ता है तो SUV आपके लिए बेस्ट होगी. कई SUV FWD (फ्रंट व्हील ड्राइव) या RWD (रियर व्हील ड्राइव) के साथ ही 4WD (फोर व्हील ड्राइव) या 4X4 ड्राइविंग क्षमता के साथ आती हैं. इनका इंजन ज्यादा पॉवरफुल होता है. वहीं कॉम्पैक्ट एसयूवी में आपको इतना दमदार इंजन नहीं मिलता और उनमें फोर व्हील ड्राइव का ऑप्शन भी नहीं मिलता है. सब कॉम्पैक्ट कैटेगरी में एक-दो कंपनियों के चुनिंदा मॉडल हैं जिनमें 4WD ऑप्शन मिलता है.

माइलेज

माइलेज एक बड़ा और जरूरी मुद्दा है. ऐसे में जब आप माइलेज के आधार पर देखेंगे तो SUV के मुकाबले कॉम्पैक्ट SUV ज्यादा बेहतर है. दरअसल इनका इंजन छोटा और कम पॉवर वाला होता है ऐसे में ये फुल साइज SUV के मुकाबले ज्यादा बेहतर माइलेज देती हैं. अधिकतर मामलों में यह अंतर लगभग दोगुने का है. मतलब कॉम्पैक्ट एसयूवी से 500 रुपये के पेट्रोल में आप जितनी दूरी तय करेंगे उतने ही किलोमीटर जाने के लिए एसयूवी में 1000 का पेट्रोल भराना होगा.

राइड और हैंडलिंग

स्पोर्टी फील के लिए SUV बहुत ही शानदार हैं. लेकिन भारी साइज होने के चलते इनकी हैंडलिंग क्वालिटी उतनी शानदार नहीं होती है और ड्राइविंग भी बहुत आसान और स्मूद नहीं होती है. वहीं कॉम्पैक्ट एसयूवी की हैंडलिंग कार की तरह स्मूद होती है. इसके पीछे की वजह उनकी बनावट है. दरअसल फुल साइज SUV को भारी वाहनों की कैटेगरी वाले प्लेटफॉर्म पर बनाया जाता है वहीं कॉम्पैक्ट एसयूवी कार के प्लेटफॉर्म पर बनाई जाती हैं.

रोड प्रेजेंस

इसमें कोई शक नहीं है कि जब आप फुल साइज एसयूवी ड्राइव करते हैं तो यह सभी सेगमेंट में सबसे ऊंची होती है. इसको ड्राइव करने में सीटिंग पोजिशन भी काफी ऊंची होती है. इससे सामने का व्यू और सड़क पर पकड़ भी काफी ज्यादा महसूस होती है. वहीं कॉम्पैक्ट एसयूवी में इतनी ऊंचाई नहीं मिलती है. हालांकि सेडान के मुकाबले कॉम्पैक्ट एसयूवी भी ऊंची होती है लेकिन फुल साइज SUV जितनी नहीं.

बजट

पैसा एक महत्वपूर्ण रोल निभाता है. फुल साइज एसयूवी के साथ बड़ा इंजन, ज्यादा स्पेस और किसी भी तरह के रास्ते पर चलने की जो आजादी मिलती है उसके हिसाब से उनकी कीमत भी ज्यादा होती है. स्कॉर्पियो को छोड़ दें तो फुल साइज एसयूवी की कीमत लगभग 25 लाख रुपये से शुरू होती है वहीं कॉम्पैक्ट एसयूवी 8-9 लाख की रेंज से शुरू हो जाती हैं.

मिनी SUV

अब थोड़ा सा समझ लेते हैं मिनी या माइक्रो SUV सेगमेंट के बारे में..तो पहली बात तो ये कि मिनी एसयूवी बहुत पुराना नहीं बल्कि बीते कुछ सालों पहले ही नया सेगमेंट बनकर सामने आया है. माइक्रो एसयूवी को कॉम्पैक्ट एसयूवी का ही लोअर वर्जन मान सकते हैं. ठीक उसी तरह जैसे कॉम्पैक्ट एसयूवी में फुल साइज एसयूवी वाली कुछ खूबियां तो मिल जाती हैं लेकिन ठीक उसी तरह से नहीं मिलती जैसे फुल साइज एसयूवी में आनंद मिलता है. फुल साइज एसयूवी की ऊंचाई ज्यादा होती है तो ड्राइवर और उसमें बैठे लोगों को रोड पर कमांड महसूस होता है. यही आनंद कॉम्पैक्ट एसयूवी में भी मिलता है लेकिन इसमें उतनी ऊंचाई नहीं मिलती है जितनी कि फुल साइज एसयूवी में. लेकिन कॉम्पैक्ट एयूवी की बात करें तो सेडान के मुकाबले ये भी ऊंची है.

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