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Chaitra Navratri 2021: चैत्र नवरात्रि पर 90 साल बाद बन रहे शुभ योग, जानें कलश स्थापना की सटीक विधि
चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) 13 अप्रैल, मंगलवार से आरंभ हो रहे हैं.
Chaitra Navratri 2021: चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) 13 अप्रैल, मंगलवार से आरंभ हो रहे हैं. इस बार माता रानी का आगमन घोड़े पर होगा. नौ दिन के इस महापर्व में कई शुभ योग बन रहे हैं.
90 साल बाद बनेंगे शुभ योग
हर साल प्रतिपदा पर ही हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है. प्रतिपदा पर सूर्य, मेष राशि में गोचर करते हैं. इस साल कई शुभ योग बनेंगे
अमृतसिद्धि योग – 13 अप्रैल सुबह 06 बजकर 11 मिनट से दोपहर 02 बजकर 19 मिनट तक.
सर्वार्थसिद्धि योग – 13 अप्रैल की सुबह 06 बजकर 11 मिनट से दोपहर 02 बजकर 19 मिनट तक.
अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12 बजकर 02 मिनट से दोपहर 12 बजकर 52 मिनट तक.
अमृत काल – सुबह 06 बजकर 15 मिनट से 08 बजकर 03 मिनट तक.
कलश स्थापना विधि
उस स्थान को अच्छी तरह साफ कर लें जहां कलश स्थापना करनी है. लकड़ी का पटरा रखें. उस पर लाल कपड़ा बिछा लें. मिट्टी के बर्तन में जौ बो दें. इसी बर्तन पर जल से भरा हुआ कलश रखें. कलश का मुख खुला ना छोड़ें. ढक्कन से ढक दें.
कलश पर रखा ढक्कन खाली ना छोड़ें, उसमें चावल भर दें. बीचोंबीच एक नारियल रखें. अब दीप जलाएं और कलश पूजन करें.
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