चाणक्‍य नीति: आपके अंदर हैं ये 4 गुण तो प्रेम और विवाह के रिश्ते में कभी नहीं होंगे असफल, जानें क्या है वो खास बातें

आचार्य चाणक्‍य कहते हैं कि व्‍यक्ति प्रेम में सफल तभी हो सकता है जब वह इन बातों का ध्‍यान रखे. तो आइए जानते हैं आखिर क्या है वो खास बातें.

Updated: May 21, 2022 8:49 AM IST

By Shilpi Singh | Edited by Shilpi Singh

chanakya niti
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आचार्य चाणक्य ने अपने नीतिशास्त्र में कई तरह की नीतियों के बारे में बताया है. आचार्य चाणक्य ने अपने नीतिशास्‍त्र में कूटनीति और राजनीति के अलावा घर-परिवार से जुड़ी कई बेहद अहम बातें भी बताई हैं. मनुष्य के लिए प्रेम और वैवाहिक रिश्ता पवित्र माना गया है. हमेशा मनुष्य यह सोचता है कि इन दो रिश्तों में वो कभी विफल न हो. आचार्य चाणक्य ने भी अपनी चाणक्य नीति में इस बात का उल्लेख किया है कि प्रेमी को कैसा होना चाहिए. चाणक्य के मुताबिक अपने रिश्ते में मिठास लाने और लम्बे समय तक उसे सफलता पूर्वक चलाने के लिए प्रेमी या पति में चार गुणों का होना आवश्यक है. आइए जानते है उन खास गुणों के बारे में.

1. आचार्य चाणक्‍य के अनुसार महिला और पुरुषों के बीच प्रेम संबंधों को सफल बनाने में इसका अहम रोल होता है. जो पुरुष महिलाओं का सम्मान करते हैं, उनका रिश्‍ता लंबा चलता है. पुरुषों में यह गुण देखकर पत्नी और प्रेमिका बहुत अधिक खुश होती है. एक प्रेमिका अपने प्रेमी के अंदर इस गुण को देखकर सोचती है कि अगर उसका पति या पार्टनर जब अन्य महिलाओं को इतना सम्मान देता है तो उसके लिए उनके मन में कितना प्रेम होगा.

2. चाणक्‍य नीति के अनुसार, अगर प्‍यार के रिश्ते में भरोसा न हो तो उसका दुघर्टना होना तय है, यह रिश्‍ता बिना किसी पहिए के गाड़ी जैसा ही है. चाणक्य के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति अपनी पत्‍नी या प्रेमिका के अलावा किसी भी पराई महिला की तरफ आकर्षित नहीं होता है तो वो हमेशा आपका होकर रहेगा. ऐसा करने वाले प्रेमी के मन में दिखावा नहीं होता है और ये गुण उनके रिश्ते में विश्वास पैदा करता है.

3. चाणक्य कहते हैं कि जिस व्यक्ति पर प्रेमी या पत्नी को इतना विश्वास रहता है कि वो किसी भी हालत में उनकी सुरक्षा के लिए तैयार रहेगा तो उस रिश्ते में कभी खटास नहीं आती. प्रेमी या पत्नी की रक्षा करने वाला प्रेमी अपने रिश्ते में कभी असफल नहीं होता. हर पत्नी अपने पति में पिता की एक छाया देखती है.

4. आचार्य चाणक्य के मुताबिक प्रेम के रिश्ते में प्रेमिका या पत्नी की संतुष्टि अहम होती है. जो प्रेमी अपने पार्टनर को भौतिक सुख के साथ शारीरिक सुख प्रदान करता है वो अपने रिश्ते में खुशी बनाए रखने में कामयाब रहता है. चाणक्य कहते हैं कि प्रेमी को अपनी प्रेमिका के साथ कोमल स्पर्श रखना चाहिए.

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