Top Recommended Stories

Gupt Navratri 2022: गुप्त नवरात्र‍ि में होती है मां के 10 स्‍वरूपों की पूजा , जानिए शुभ मुहूर्त और महत्‍व

Gupt Navratri 2022: यह नवरात्रि माघ व आषाढ़ में आती है. बता दें, गुप्त नवरात्रि में माता के नौ रूपों की नहीं बल्कि 10 महाविद्याओं की पूजा की जाती है. यहां जानिए गुप्ता नवरात्रि में मां के किन रूपों की पूजा की जाती है और पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्व क्‍या है.

Updated: February 2, 2022 5:28 PM IST

By Vandanaa Bharti

Gupt Navratri 2022: गुप्त नवरात्र‍ि में होती है मां के 10 स्‍वरूपों की पूजा , जानिए शुभ मुहूर्त और महत्‍व

Gupt Navratri 2022: 2 फरवरी यानी की आज से गुप्त नवरात्रि शुरू हो गई है. यह 10 फरवरी तक चलेगी. इस नवरात्रि की पूजा को गुप्त रूप से किया जाता है, इसलिये इसे गुप्‍त नवरात्र‍ि कहा जाता है. गुप्‍त नवरात्रि माघ व आषाढ़ महीने में आती है. बता दें, गुप्त नवरात्रि में माता के नौ रूपों की नही बल्कि 10 महाविद्याओं की पूजा की (Significance of Gupt Navratri) जाती है. इस वीडियो में (Gupt Navratri 2022) जानिए क्या है गुप्ता नवरात्रि, इसका शुभ मुहूर्त और इस पर्व के महत्व के बारे में.

Also Read:

गुप्त नवरात्रि में की जाती है 10 देवियों की पूजा

चैत्र और शारदीय नवरात्रि में दुर्गा मां के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है. वहीं, गुप्त नवरात्रि के दौरान 10 देवियों की पूजा की जाती है. जिनके नाम इस प्रकार हैं- मां काली, मां तारा देवी, मां त्रिपुर सुंदरी, मां भुवनेश्वरी, मां छिन्नमस्ता, मां त्रिपुर भैरवी, मां धूमावती, मां बगलामुखी, मां मातंगी और मां कमला देवी हैं.

गुप्त नवरात्र में इस बार रवियोग व सर्वार्थसिद्धि योग के रूप में अतिविशिष्ट मुहूर्त आ रहे हैं. दरअसल, यह उन लोगों के लिये खास है जो नया काम शुरू करना चाहते हैं. घर खरीदना हो, या भूमि पूजन करनी हो या गाडी खरीदनी हो, इस दौरान सभी शुभ काम कर सकते हैं. इस दौरान खरीदारी या निवेश लाभकारी होगा. इसी दौरान वसंत पचंमी व नर्मदा जयंती जैसे महापर्व भी आ रहे हैं, इसकी वजह से यह गुप्‍त नवरात्र‍ि और भी खास बन गई है.

गुप्त नवरात्रि पूजा विधि (Gupt Navratri Puja Vidhi)

शारदीय और चैत्र नवरात्रि की तरह ही गुप्त नवरात्रि में कलश की स्थापना की जा सकती है. अगर आपने कलश की स्थापना की है तो आपको सुबह और शाम यानी दोनों समय दुर्गा चालीसा या सप्तशती का पाठ और मंत्र का जाप करना होगा. इसके अलावे आप दोनों समय मां दुर्गा की आरती करें. दोनों समय आप मां को भोग भी लगाएं. कहा जाता है कि गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा को भोग में लौंग और बताशा चढ़ाना चाहिए.

गुप्त नवरात्रि की साधना के लिए घट स्थापना दो फरवरी को प्रात: 07:09 से 08:31 तक करना अत्यंत शुभ रहेगा.

ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें धर्म की और अन्य ताजा-तरीन खबरें

Published Date: February 2, 2022 4:37 PM IST

Updated Date: February 2, 2022 5:28 PM IST