
Sawan 2023: इस सावन मास की 8 सोमवारी देगा 16 सोमवारी के व्रत का फल, बन रहे हैं ये दुर्लभ योग | Astro
Hariyali Amavasya 2022: सावन माह की अमावस्या को हरियाली अमावस्या के नाम से जाना जाता है और इस दिन भगवान शिव का विधि-विधान से पूजन किया जाता है. बता दें कि सावन के महीने में हरियाली तीज से तीन दिन पहले (Hariyali Amavasya 2022 Date) हरियाली अमावस्या आती है जो कि सुहागिन महिलाओं (Hariyali Amavasya 2022 Pujan Vidhi) के लिए बेहद खास है. इस दिन अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र और घर की सुख-शांति के लिए भगवान शिव, मां पार्वती और पीपल के पेड़ का पूजन करती हैं.
सावन माह की हरियाली अमावस्या तिथि 27 जुलाई 2022, बुधवार के दिन रात 9 बजकर 11 मिनट पर शुरू होगी और 28 जुलाई, गुरुवार के रात 11 बजकर 24 मिनट पर समाप्त होगी. उदयातिथि के दौरान हरियाली अमावस्या की पूजा 28 जुलाई के दिन की जाएगी.
हरियाली अमावस्या के दिन भगवान शिव की पूजा के साथ ही मां पार्वती, तुलसी और पीपल के पेड़ का पूजन किया जाता है. इस दिन विधि-विधान से पूजन करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और पितरों का आशीर्वाद मिलता है.
इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें और फिर भगवान शिव व मां पार्वती का पूजन करें. इस दिन दान करना भी शुभ माना जाता है. साथ ही जरूरतमंदों को भोजन कराना चाहिए. हरियाली आमवस्या के दिन रुद्राभिषेक करने का भी विधान है और कहते हैं कि ऐसा करने से भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है. इससे बुरी आत्माओं और नकारात्मकता भी दूर होती है.
हरियाली अमावस्या के दिन पौधे लगाने का भी विशेष महत्व होता है. कहते हैं जो लोग जीवन में धन-दौलत और सुख-समृद्धि की कामना करते हैं उन्हें इस दिन आंवला, तुलसी, बेलपत्र और केले का पेड़ लगाना चाहिए.
डिस्क्लेमर: यहां दी गई सभी जानकारियां सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं. India.Com इसकी पुष्टि नहीं करता. इसके लिए किसी एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.
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