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Mahashivratri 2022: महामृत्युंजय मंत्र का ऐसे करें जाप, महाशिवरात्रि पर बरसेगी कृपा

Mahashivratri 2022: महामृत्युंजय मंत्र की महिमा किसी से छिपी नहीं है. ऐसे में महाशिवरात्रि के दिन महामृत्युंजय मंत्र का जाप करके आप अपनी हर इच्छाओं को पूरा कर सकते हैं. ऐसे में जानते हैं मनोवांछित फल प्राप्त करने के लिए कैसे करें महामृत्युंजय मंत्र का जाप...

Published: March 1, 2022 5:00 AM IST

By Garima Garg

Mahashivratri 2022: महामृत्युंजय मंत्र का ऐसे करें जाप, महाशिवरात्रि पर बरसेगी कृपा
Mahashivratri 2022

Mahashivratri 2022: महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर शिव भक्त महादेव को प्रसन्न करने के लिए पहले से ही तैयारी करना शुरू कर देते हैं. महाशिवरात्रि 1 मार्च दिन मंगलवार यानि आज है. ऐसे में आपको बता दें कि फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाए जाने वाली महाशिवरात्रि (Mahashivratri) आपके जीवन में सुख, समृद्धि और बेहतर स्वास्थ्य ला सकती है. जी हां, महामृत्युंजय मंत्र (Mahamrityunjay Mantra) बेहद फलदाई और प्रभावशाली होता है. इस मंत्र को करने से भक्त न केवल रोग से मुक्त हो सकते हैं बल्कि दोष और पाप दोनों दूर हो सकते हैं. ऐसे में महाशिवरात्रि पर आप महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें. ऐसा करने से कई तरीकों से लाभ (Benefits of chanting Lord Shiva’s Mahamrityunjaya Mantra) हो सकता है. जानते हैं कैसे करें महामृत्युंजय मंत्र का जाप…

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महामृत्युंजय मंत्र का जप करने के हैं ये बड़े फायदे, कब और कैसे करें

  • सबसे पहले जिस स्थान पर आप महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहते हैं उसे अच्छे से साफ करें. वहां पर गंगाजल का छिड़काव करें.
  • गंगाजल का छिड़काव खुद पर भी करें और अपने मन, वचन और कर्म को शुद्ध करें. साथ में अपने मन से बुरे विचारों को निकालें.
  • ध्यान रहे कि महामृत्युंजय मंत्र का उच्चारण करते वक्त एक भी शब्द गलत नहीं निकलना चाहिए. वरना आप मनवांछित फल प्राप्त नहीं कर पाएंगे.
  • अब सीधे हाथ में रुद्राक्ष की माला लें और माला को भी गंगाजल से धोएं और उसके बाद रुद्राक्ष की माला को शिवलिंग या शिव जी की तस्वीर के सामने रखें.
  • अब सवा लाख महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें. अगर आप लघु महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 11 लाख बार मंत्र का जाप करना होगा.
  • जाप करने से पहले शिवजी के आगे गाय के घी की दीपक जलाएं और पूर्व दिशा में मुख करके बैठें.

महामृत्युंजय मंत्र जिसे मृत संजीवनी मंत्र भी कहते हैं : ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृ त्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ.

लघु मृत्युंजय मंत्र: ॐ जूं स माम् पालय पालय स: जूं ॐ

नोट – इस लेख में दी गई जानकारी मान्यताओं और सूचनाओं पर आधारित है. india.com इसकी पुष्टि नहीं करता है. अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से संपर्क करें.

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Published Date: March 1, 2022 5:00 AM IST