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Mahashivratri 2022: महाशिवरात्रि पर इन मंत्रों का करें जाप, बन जाएंगे काम

Maha Shivratri 2022: महाशिवरात्रि का पर्व 1 मार्च दिन मंगलवार को बड़ी धूम-धाम से मनाए जाने वाला है. बता दें कि इस पर्व पर भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए लोग पूजा और व्रत करते हैं. लेकिन इनके साथ-साथ कुछ मंत्र भी हैं, जिनका जप जरूर करना चाहिए.

Published: February 24, 2022 2:25 PM IST

By Garima Garg

Mahashivratri 2022: महाशिवरात्रि पर इन मंत्रों का करें जाप, बन जाएंगे काम

Maha Shivratri 2022: इस साल महाशिवरात्रि का पर्व 1 मार्च दिन मंगलवार को मनाया जाने वाला है. ये पर्व बड़ी धूम-धाम से फाल्गुन मास (Phalgun maas) में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है. इस दिन शिव जी के भक्त भोलेनाथ को प्रसन्न (Lord Shiv) करने के लिए विधि विधान से पूजा कर व्रत (Maha Shivratri Vrat) रखते हैं. महाशिवात्रि पर पूजा और व्रत के साथ-साथ मंत्रों का महत्व भी बहुत है. इस दिन भगवान शिव के भक्त कुछ मंत्रों का जप करके उन्हें खुश कर सकते हैं. जानते हैं कौन-से हैं ये मंत्र

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महाशिवरात्रि पर इन मंत्रों का करें जप

शिव गायत्री मंत्र
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रूद्र प्रचोदयात्।।

मूल मंत्र
ऊँ नम: शिवाय।।

महामृत्युंजय मंत्र
ऊँ हौं जूं स: ऊँ भुर्भव: स्व: ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
ऊर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ऊँ भुव: भू: स्व: ऊँ स: जूं हौं ऊँ।।

शिव ध्यान मंत्र
ध्याये नित्यं महेशं रजतगिरिनिभं चारूचंद्रां वतंसं।
रत्नाकल्पोज्ज्वलांगं परशुमृगवराभीतिहस्तं प्रसन्नम।।
पद्मासीनं समंतात् स्तुततममरगणैर्व्याघ्रकृत्तिं वसानं।
विश्वाद्यं विश्वबद्यं निखिलभय हरं पञ्चवक्त्रं त्रिनेत्रम्।।

साढ़े साती के लिए शिवजी का मंत्र
”हृीं ओम् नमः शिवाय हृीं”

महाशिवरात्रि पर चारों पहर के मंत्र
1 – ‘ॐ हीं ईशानाय नम:’
2 – ‘ॐ हीं अधोराय नम:’
3 – ‘ॐ हीं वामदेवाय नम:’
4 – ‘ॐ हीं सद्योजाताय नम:’

अन्य मंत्र
ॐ शिवाय नम: , ॐ सर्वात्मने नम:, ॐ ईशानाय नम:, ॐ अनंतधर्माय नम:, ॐ त्रिनेत्राय नम: , ॐ हराय नम:, ॐ अनंतवैराग्यसिंघाय नम:, ॐ प्रधानाय नम:, ॐ इन्द्रमुखाय नम:, ॐ श्रीकंठाय नम: , ॐ वामदेवाय नम:, ॐ तत्पुरुषाय नम:, ॐ महाकालाय नम:, ॐ ह्रीं नमः शिवाय ह्रीं ॐ, ॐ नमः शिवाय

शिव मंत्र- क्रोध शांत करने के लिए
देवदेव महादेव नीलकंठ नमोस्तु ते।
कुर्तमिच्छाम्यहं देव शिवरात्रिव्रतं तव।।
तव प्रभावाद्धेवेश निर्विघ्नेन भवेदिति।
कामाद्या: शत्रवो मां वै पीडां कुर्वन्तु नैव हि।।

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Published Date: February 24, 2022 2:25 PM IST