
Pradosh Vrat Shubh Muhurat: प्रदोष व्रत के शुभ मुहूर्त में पूजा करने से होंगे ये फायदे, जानें सही विधि
प्रदोष व्रत 15 फरवरी को है और इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने से संतान प्राप्ति होती है.

Pradosh Vrat Muhurat 2022: पंचांग के अनुसार त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है. इस साल प्रदोष व्रत 15 फरवरी को है और यह इस बार शनिवार का दिन है. इसलिए इसे शनि प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाएगा. प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा की जाती है और अगर आप विधि-विधान से पूजा करते हैं, तो जीवन में सफलता मिलती है. यदि किसी के रुके हुए काम नहीं बन रहे हैं, तो प्रदोष व्रत रखने से वे पूरे हो जाते हैं. चलिए बताते हैं कि प्रदोष व्रत की सही विधि और शुभ मुहूर्त क्या है.
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जानें प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त
हिंदू कैलेंडर के मुताबिक, पौष महीने के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 14 जनवरी रात 10:19 बजे शुरु हो रही है और यह15 जनवरी की रात 12:57 तक रहेगी. इसलिए प्रदोष व्रत 15 जनवरी को रखेंगे, जिसमें शिव परिवार की पूजा की जाती है और मनचाही इच्छा पूरी होने की प्रार्थना की जाती है. जो लोग प्रदोष व्रत रखेंगे, वे शाम 05:46 बजे से 08:28 बजे तक के बीच पूजा-अर्चना कर सकते हैं. ऐसा माना जाता है कि प्रदोष व्रत की पूजा शाम में ही की जाती है और तभी व्रत का फल मिलता है.
प्रदोष व्रत का महत्व
प्रदोष व्रत हर महीने की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है और महीने में ऐसे दो प्रदोष व्रत होते हैं. यह व्रत एक शुक्ल पक्ष में और दूसरा कृष्ण पक्ष में होता है. 15 जनवरी को शनि प्रदोष व्रत रखा जाएगा. ऐसा कहा जाता है कि शनि प्रदोष व्रत पुत्र प्राप्ति के लिए रखा जाता है. इस दिन भगवान शिव से संतान प्राप्ति के लिए प्रार्थना की जाती है. इस दिन भगवान शिव को बेलपत्र, भांग, धतूरा, फल-फूल अर्पित किए जाते हैं और शिव चालीसा पढ़ी जाती है. अगर आप शिव जी के मंत्रों का जाप करते हैं, तो करियर में सफलता मिलती है.
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