
Somvati Amavasya 2022: जानें कब है सोमवती अमावस्या, क्या है महत्व
Somvati Amavasya 2022: सोमवती अमावस्या को श्राद्ध की अमावस्या, मौनी और माघी अमावस्या भी कहा जाता है. जानिये, इस साल सोमवती अमावस्या कब है और इसका क्या महत्व है.

Somvati Amavasya 2022: साल 2022 की पहली सोमवती अमवस्या 31 जनवरी सोमवार को आ रही है. यह सोमवार के दिन आ रही है, इसलिये इसे सामवती अमावस्या के नाम से जाना जाता है. इसे श्राद्ध की अमावस्या भी कहा जाता है. इस साल सामवती अमवस्या 31 जनवरी 2022 को दोपहर 2:19 बजे शुरू होगी और 1 फरवरी को सुबह 11:16 बजे तक रहेगी. लिहाला, सोमवार, 31 जनवरी को सोमवती अमावस्या और मंगलवार 1 फरवरी को मौनी अमावस्या या माघी अमावस्या मनाई जाएगी. बता दें कि साल 2022 में कुल 13 अमावस्या आएगी. इसमें दो सोमवती अमावस्या होगी. पहली सोमवती अमावस्या 31 जनवरी 2022 को दूसरी 30 मई को आएगी. हिन्दू पंचांग के अनुसार सोमवार 31 जनवरी 2022 को दोपहर 2:19 बजे तक चतुर्दशी तिथि है और इसके बाद अमावस्या तिथि है.
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सोमवती अमावस्या तिथि:
31 जनवरी 2022 को दोपहर 2:19 बजे शुरू होगी
1 फरवरी को सुबह 11:16 बजे तक रहेगी
सोमवती अमावस्या शुभ योग:
उत्तराषाढा और श्रावण नक्षत्र में वज्र योग के बाद सिद्ध योग बनेगा.
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:18 से 01:02 बजे तक
विजय मुहूर्त: दोपहर 02:01 से 02:45 बजे तक
अमृत काल : शाम 04:12 से 05:38 तक
गोधूलि मुहूर्त : शाम 05:30 से 05:54 तक
सर्वार्थसिद्धि योग: 31 जनवरी को रात 09:57 बजे से 1 फरवरी को सुबह 7: 10 बजे तक
सोमवती अमावस्या का महत्व :
सोमवती अमावस्या के दिन जो महिलाएं व्रत रखती हैं और भगवान शंकर और मां पार्वती की पूजा करती हैं, उन्हें हमेशा सुहागवती रहने का वरदान प्राप्त होता है. वैवाहिक जीवन में आने वाली समस्याएं समाप्त हो जाती हैं. इसे श्राद्ध की अमावस्या भी कहा जाता है, क्योंकि पितृ कार्य किया जा सकता है. ऐसा कहा जाता है कि इसकी विधिवत पूजा से पितृदोष खत्म होता है.
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