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नासा ने इसरो की पार्टनरशिप में तैयार किया Earth-observing सेटेलाइट निसार, 2024 में भारत से होगा लॉन्च

नासा और इसरो द्वारा संयुक्त रूप से विकसित एक पृथ्वी-अवलोकन उपग्रह प्रक्षेपण के लिए इस महीने के अंत में भारत भेजा जाएगा

By India.com Hindi News Desk | Updated: February 4, 2023 11:55 PM IST

भारत-अमेरिका का अभूतपूर्व सहयोग

नासा और इसरो द्वारा संयुक्त रूप से विकसित एक पृथ्वी-अवलोकन सिंथेटिक एपर्चर रडार (निसार) उपग्रह तैयार किया है. नासा और इसरो द्वारा संयुक्त रूप से विकसित एक पृथ्वी-अवलोकन उपग्रह सितंबर में संभावित प्रक्षेपण के लिए इस महीने के अंत में भारत भेजा जाएगा. यह उपग्रह पृथ्वी की भूमि और बर्फ की सतहों का अधिक विस्तार से अध्ययन करने में मदद करेगा. इसरो और नासा ने 2014 में 2,800 किलोग्राम वजनी उपग्रह बनाने के लिए हाथ मिलाया था. मार्च 2021 में इसरो ने जेपीएल द्वारा निर्मित एल-बैंड पेलोड के साथ एकीकरण के लिए भारत में विकसित अपने एस-बैंड एसएआर पेलोड को नासा को भेजा था.

इसरो के अध्यक्ष ने नासा की जेट प्रणोदन प्रयोगशाला में

रडार की क्षमता का शक्तिशाली प्रदर्शन होगा उपग्रह को भारत भेजे जाने से पहले जेपीएल में आयोजित औपचारिक समारोह में इसरो के अध्यक्ष सोमनाथ ने कहा, "यह मिशन एक विज्ञान उपकरण के रूप में रडार की क्षमता का एक शक्तिशाली प्रदर्शन होगा और हमें पृथ्वी की गतिशील भूमि और बर्फ की सतहों का पहले से कहीं अधिक विस्तार से अध्ययन करने में मदद करेगा." कार्यक्रम में दोनों अंतरिक्ष एजेंसियों के वरिष्ठ वैज्ञानिक मौजूद थे.

पृथ्वी की भूमि और बर्फ की सतहों का अध्ययन करने में मदद करेगा

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने कहा, यह उपग्रह पूरे विश्व के लिए भारत-अमेरिका सहयोग का अभूतपूर्व परिणाम बनने जा रहा है. पेलोड का एकीकरण पूरा हुआ, अब हमने आगे के एकीकरण के लिए और अगले साल इसके प्रक्षेपण के लिए तैयार होने के लिए उपग्रह को भारत के लिए हरी झंडी दिखाई.

अगले साल प्रक्षेपण, नासा के बाद अब भारत में इसरो करेगा तैयार

नासा और इसरो द्वारा संयुक्त रूप से विकसित एक पृथ्वी-अवलोकन उपग्रह सितंबर में संभावित प्रक्षेपण के लिए इसी महीने फरवरी के अंत में भारत भेजा जाएगा. यह उपग्रह पृथ्वी की भूमि और बर्फ की सतहों का अधिक विस्तार से अध्ययन करने में मदद करेगा.

रडार की क्षमता शक्तिशाली

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने भारत में भेजे जाने से पहले नासा-इसरो सिंथेटिक एपर्चर रडार (निसार) उपग्रह के अंतिम विद्युत परीक्षण की निगरानी के लिए शुक्रवार को अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया स्थित नासा की जेट प्रणोदन प्रयोगशाला (जेपीएल) का दौरा किया.

नासा -इसरो ने पृथ्वी-अवलोकन निसार उपग्रह तैयार किया

इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ ने कहा, यह उपग्रह पूरे विश्व के लिए भारत-अमेरिका सहयोग का अभूतपूर्व परिणाम बनने जा रहा है. पेलोड का एकीकरण पूरा हुआ, अब हमने आगे के एकीकरण के लिए और अगले साल इसके प्रक्षेपण के लिए तैयार होने के लिए उपग्रह को भारत के लिए हरी झंडी दिखाई. , नासा ने इसरो के साथ मिलकर एक नया उपग्रह एनआईएसएआर तैयार किया है , जो उन्नत रडार इमेजिंग का उपयोग करके पृथ्वी की परतों में बदलावों को करीब से देखेगा. इससे सीखते हैं, इससे प्राकृतिक आपदाओं का बेहतर प्रबंधन करने में मदद मिल सकती है. (फोटो साभार-एएनआई-नासा-जेपीएल)