1/19 20 किसान बिलों के विरोध में पंजाबहरियाणा के किसान 26 से 28 नवंबर तक ‘दिल्ली मार्च’ निकाल रहे हैं. पंजाब से सटे हरियाणा बॉर्डर पर गुरुवार को हिंसक प्रदर्शन हुआ. पंजाब के प्रदर्शनकारियों ने हरियाणा बॉर्डर पर बैरिकेडिंग नदी में फेंक दी और पथराव किया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितरबितर करने के लिए पानी की बौछार की और आंसू गैस के गोले दागे. ये किसान केन्द्र के कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्तावित ‘दिल्ली चलो’ मार्च के तहत कथित तौर पर पुलिस अवरोधक लांघ कर हरियाणा में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे. किसान नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि नये कानून से न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी की व्यवस्था समाप्त हो जाएगी. देर शाम तक किसानों का बड़ा समूह दिल्ली से करीब 100 किलोमीटर दूर पानीपत में टोल प्लाजा तक पहुंच चुका था. प्रदर्शनकारियों की वहां रात गुजारने की योजना है और अगली सुबह फिर मार्च शुरू होगा. किसान अंबाला, कैथल और सिरसा के रास्ते हरियाणा में दाखिल हो चुके हैं रात को पानीपत टोल प्लाज पर रात गुजारेंगे. यहीं लंगर लगा दिया गया है. किसान शुक्रवार सुबह दिल्ली के लिए फिर रवाना होंगे.
2/19 19 प्रदर्शनकारियों को इकट्ठा होने से रोकने के लिए हरियाणा के कई हिस्से में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी गई है. तीस से अधिक किसान संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाले पंजाब के किसानों ने घोषणा की थी कि वे लालडू, शंभू, पटियालापिहोवा, पातरांखनौरी, मूनकटोहाना, रतियाफतेहाबाद और तलवंडीसिरसा मार्गों से दिल्ली की ओर रवाना होंगे.