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Global Summit में 70 से ज्यादा MOU पर हुए दस्तखत, 5.50 लाख रोजगार के अवसर बनेंगे

गुजरात के गांधीनगर में हाल ही में आयोजित हुए ग्लोबल आयुष इंवेस्टमेंट एंड इन्नोवेशन समिट 2022 में 9 हजार करोडड से ज्यादा के आशय पत्र प्रस्तुत किए गए थे. 70 से ज्यादा MOU पर दस्तखत हुए और इससे भविष्य में 5.50 लाख रोजगार सृजित होंगे.

Published: April 26, 2022 5:07 PM IST

By Digpal Singh

Global Summit में 70 से ज्यादा MOU पर हुए दस्तखत, 5.50 लाख रोजगार के अवसर बनेंगे

Global AYUSH Investment and Innovation Summit 2022: गुजरात के गांधीनगर में 20 से 22 अप्रैल तक तीन दिवसीय ग्लोबल समिट का आयोजन किया गया. फार्मा इंडस्ट्री को समर्पित इस समिट में 9 हजार करोड़ से ज्यादा के आशय पत्र (LOI) प्रस्तुत किए गए. इतनी बड़ी संख्या में एलओआई होने से स्पष्ट है कि आयुष उत्पाद और पारंपरिक चिकित्सा पद्वति के प्रति लोगों में कितना विश्वास है. भविष्य में इस तरह के ग्लोबस समिट आयुष और पारंपरिक चिकित्सा पद्वति को वैश्विक स्तर पर रफ्तार देने में अहम भूमिका निभाएंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अत्याधुनिक चिकित्सा विज्ञान की ही तरह पारंपरिक चिकित्सा पद्वति में भी रोजाना नवाचार के साथ वैश्विक स्तर पर निवेश बढ़ने के उद्देश्य से नियमित तौर पर ग्लोबल समिट पर जोर दिया है. इस समिट से आयुष सेक्टर में करीब 5.50 लाख रोजगार सृजित होंगे, जबकि 4.5 हजार मीट्रिक टन आयुष उत्पाद से किसानों की आय भी बढ़ेगी.

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गांधीनगर में हुए दीन दिवसीय समिट में एफएमसीजी, मेडिकल वैल्यू ट्रैवल, फार्मा, प्रौद्योगिकी, निदान, किसान और आयुष कृषि उत्पाद पर फोकस किया गया. 9 हजार करोड़ से ज्यादा के LOIS को अंतम रूप देकर इस दौरान इतिहास भी रचा गया. आयुष सचिव पद्मश्री वैद्य राजेश कोटेचा ने जानकारी दी कि समिट के दौरान कुल 70 से ज्यादा समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं. बड़ी बात यह कि इनमें से पांच महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों पर स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हस्ताक्षर किए हैं. आयुष सचिव ने बताया कि एफएमसीजी से 700 करोड़, मेडिकल वैल्यू ट्रैवल से लगभग 1000 करोड़, किसान और कृषि क्षेत्र के लिए 300 करोड़ और प्रौद्योगिकी तथा नैदानिक श्रेणी में लगभग 60 करोड़ निवेश के एलओआईएस शामिल हैं.

उन्होंने बताया कि इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में जो हस्ताक्षर ज्ञापन हुए, उसमें से जीएआईआईएस में 30 से ज्यादा फार्मा कंपनियों ने भाग लिया है. इससे आयुष सेक्टर में लगभग 5.50 लाख नए रोजगार पैदा होने की उम्मीद है. इसका करीब 76 लाख से ज्यादा लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. इस दौरान किसान समूहों और उद्योगों के बीच 50 से अधिक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए, जिसमें 6300 से ज्यादा किसान शामिल होंगे.

इसके साथ ही विश्व स्तर पर आयुर्वेद अकादमी की स्थापना के लिए राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ और फंडैसिओन डे सालुडो आयुर्वेद प्रेमा अर्जेंटीना के बीच भी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए, जो विभिन्न आयुर्वेदिक पाठ्यक्रमों में मान्यता और पाठ्यक्रम विकास में लगातार सुधार के लिए उपयोग किए जाने वाले ऑडिट प्रमाणन निकाय बनाने में मदद करेगा. इसके साथ ही सरकार देश में आयुष उत्पादों के प्रचार, रिसर्च और निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए आयुष पार्कों का एक नेटवर्क भी विकसित करेगी.

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