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World Bipolar Day 2022: लंबे समय तक उदास या गंभीर रहना बाइपोलर डिसऑर्डर के हैं लक्षण, ऐसे करें परिस्थिति से डील

World Bipolar Day 2022: हर साल वर्ल्ड बाइपोलर डे 30 मार्च को मनाते हैं. बता दें कि यह एक मानसिक रोग है, जिसमें व्यक्ति के मूड और व्यवहार में उतार-चढ़ाव होता रहता है. ऐसे में जानते हैं कैसे करे इस समस्या से ग्रस्त लोगों की मदद...

Updated: March 30, 2022 9:35 AM IST

By Garima Garg

men healthy life
तनाव की समस्या

World Bipolar Day 2022: हर साल 30 मार्च का दिन वर्ल्ड बाइपोलर डे के रूप में मनाया जाता है. बता दें कि बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder) एक प्रकार की मानसिक समस्या होती है, जिसमें व्यक्ति बहुत गंभीर मिजाज का होता है और उसे समझ ही नहीं आता कि उसके आसपास क्या हो रहा है या वह स्थिति से कैसे सामना करें. कुछ परिस्थितियों में व्यक्ति जरूरत से ज्यादा खुश भी हो जाता है. हालांकि ऐसा कम होता है. वह हर वक्त अपने आसपास एक प्रकार की दुविधा महसूस करता है. ऐसे में इस समस्या के बारे में पता होना जरूरी है. आज का हमारा लेख बाइपोलर डिसऑर्डर पर ही है. आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि बाइपोलर डिसऑर्डर जैसी परिस्थिति से कैसे डील करें. पढ़ते हैं आगे…

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क्या है बाइपोलर डिसऑर्डर? (What is Bipolar Disorder)

जैसा कि हमने पहले भी बताया यह एक प्रकार का मानसिक विकार है. इस समस्या को द्विध्रुवी विकार भी कहते हैं. मौजूदा आंकड़ों के मुताबिक, 100 में से 1 व्यक्ति समस्या से ग्रस्त होता है. जब ये समस्या बढ़ जाती है तो लक्षणों के तौर पर आत्मविश्वास की कमी हो जाना, आत्महत्या की इच्छा प्रकट करना, अपनी इच्छाओं में कमी आ जाना, थकान महसूस करना, ऊर्जा में कमी महसूस करना, चिड़चिड़ापन महसूस करना, हर वक्त दुखी रहना आदि लक्षण नजर आ सकते हैं.

बाइपोलर डिसऑर्डर से ग्रस्त व्यक्ति की कैसे करें मदद?

  1. यदि आपके आसपास कोई ऐसा व्यक्ति मौजूद है, जिसे यह समस्या है तो कुछ तरीकों को अपनाकर उसकी मदद की जा सकती है. यह तरीके इस प्रकार हैं-
  2. जिन व्यक्तियों को ये समस्या होती है वह अपनी पर्सनल या अनुभवी चीजों के बारे में शेयर नहीं कर पाते. ऐसे में आप उनके अनुभवों और पर्सनल चीजें पर बात करें, जिससे उनका तनाव दूर हो और वह आपके सामने अपनी बात रख सकें.
  3. पीड़ित व्यक्ति की गतिविधियों पर नजर रखें. उदाहरण के तौर पर देखें कि व्यक्ति कितने घंटे सो रहा है या वह हर वक्त थकान महसूस कर रहा है या नहीं और उसका व्यवहार ज्यादा गंभीर है या नहीं.
  4. यदि व्यक्ति का व्यवहार ज्यादा गंभीर है तो ऐसे में आप उसके साथ वॉक पर जा सकते हैं या कुछ ऐसा काम करें, जिससे उसे खुशी मिले. कभी-कभी आपको उसका व्यवहार आक्रामक भी लग सकता है ऐसे में धैर्य बनाए रखने की जरूरत है.

नोट – जब आप किसी मानसिक समस्या से ग्रस्त व्यक्ति की मदद करते हैं तो ऐसे में सबसे पहले खुद की देखभाल करनी जरूरी है. कभी-कभी आपके मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.

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