
World Immunization Week 2022: अपने बच्चे को टीबी और दिमागी बुखार से बचाने के लिए जरूर लगवाएं ये टीका
World Immunization Week 2022: शिशु को बीसीजी का टीका जरूर लगवाना चाहिए. यह टीका मुख्य टीकों में से एक है. इसे लगवाने से बच्चे को टीबी और दिमागी बुखार से बचाया जा सकता है. जानते हैं यह टीका कब लगवाना चाहिए.

World Immunization Week 2022: शिशु के जन्म के बाद उसे कुछ महत्वपूर्ण टीके लगवाने जरूरी होते हैं. उन्हीं देशों में से एक है बीसीजी का टीका. यह टीका मुख्य रूप से बच्चे को टीबी और दिमागी बुखार से बचाने के लिए लगाया जाता है. ऐसे में इस टीके के बारे में सब कुछ जानना जरूरी है. आज का हमारा लेख इसी विषय पर है. आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि बीसीजी का टीका क्या होता है और इसे किस उम्र में लगवाना चाहिए. पढ़ते हैं आगे…
क्या है बीसीजी का टीका?
बीसीजी का टीका (bacille Calmette-Guerin) महत्वपूर्ण टीकों में से एक है. यह बच्चे की प्रतिरक्षा प्रणाली को उन किटाणुओं से लड़ने में मदद करता है जिनके माध्यम से टीबी (Tuberculosis) हो सकता है. इससे जुड़े कुछ अध्ययन भी सामने आए हैं, जिससे पता चलता है कि बीसीजी का टीका जब दिया जाता है तो उसके 15 वर्ष बाद तक बच्चे को टीबी या कोई अन्य गंभीर बीमारी नहीं होती है.
बीसीजी टीके की खोज कब हुई?
साल 1908 से 1921 तक बीसीजी टीके को तैयार किया गया था. यह फ्रांस के बैक्टीरियोलोजिस्ट एडबर्ट कैलिमिटी और कैमिली ग्यूरीन द्वारा तैयार किया गया था. इस वैक्सीन के उपलब्ध होते ही यह टीबी के जोखिम वाले शिशुओं को दिया जाने लगा. लेकिन अब यह हर बच्चे के लिए जरूरी माना जाता है.
बच्चे को बीसीजी का टीका कब लगवाना चाहिए?
वैसे तो बीसीजी का टीका 6 वर्ष से कम बच्चे को कभी भी लगवा सकते हैं. लेकिन अगर इसके सही समय की बात की जाए तो मुख्य तौर पर शिशु के जन्म के 6 महीने के अंदर इसे लगवाने से ज्यादा लाभ प्राप्त होता है. यह न केवल टीवी की समस्या से बचा सकता है बल्कि अन्य रोग जैसे दिमागी बुखार आदि से भी बचाव में उपयोगी है.
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