
केंद्र ने SC को बताया- PMLA के तहत अब तक 98,368 करोड़ रुपए जब्त किए, ED 4,850 मामलों की जांच कर रही
केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि ईडी अब तक 4,700 मामलों की जांच कर रही है, पीएमएलए के लागू होने के बाद से आर्थिक अपराध कानून के तहत 313 लोगों को गिरफ्तार किया गया

नई दिल्ली: केंद्र (Center) ने आज गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) को बताया कि पिछले 17 वर्षों में धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत 4,850 मामलों की जांच की गई है और इसमें अपराध की 98,368 करोड़ रुपए की राशि की पहचान की गई और कानून के प्रावधान के तहत इसे जब्त किया गया. केंद्र की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल ने शीर्ष अदालत को बताया था कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा अब तक 4,700 मामलों की जांच की जा रही है और पीएमएलए के लागू होने के बाद से कथित अपराधों के लिए 313 लोगों को गिरफ्तार किया गया है
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पीएमएलए के तहत 2,883 तलाशी ली गईं
सरकार ने न्यायमूर्ति ए.एम. खानविलकर की अध्यक्षता वाली पीठ को बताया कि इन अपराधों की जांच पीएमएलए के तहत की गई, जिसमें 2,883 तलाशी लेना भी शामिल है. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट पीएमएलए के कुछ प्रावधानों की व्याख्या से संबंधित कई याचिकाओं पर दलीलें सुन रहा है. केंद्र की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने पीठ को बताया कि आतंकवाद और नक्सल वित्तपोषण के 57 मामलों की जांच में अपराध की 1,249 करोड़ रुपए की राशि की पहचान की गई है और अपराध की 982 करोड़ रुपए की राशि यानी 256 संपत्तियों को जब्त किया गया और 37 अभियोजन शिकायतें दर्ज करना और पीएमएलए के तहत दो आतंकवादियों को दोषी ठहराया गया.
17 वर्षों में पीएमएलए के तहत 4,850 मामले जांच के लिए सामने आए
मेहता ने न्यायमूर्ति ए. एम. खानविलकर, न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी और न्यायमूर्ति सी. टी रविकुमार की पीठ को बताया, इसके अलावा, सक्षम अदालत के आदेश के तहत पहले ही अपराध की 853.16 करोड़ रुपए की राशि को जब्त कर लिया गया है. उन्होंने कहा, ” पिछले 17 वर्षों में, पीएमएलए के तहत जांच के लिए 4,850 मामले सामने हैं. इन अपराधों के लिए जांच के लिए 2,883 स्थानों पर तलाशी ली गई.
67,000 करोड़ रुपए से अधिक के मामले सुप्रीम कोर्ट की बेंच के समक्ष विचाराधीन
मेहता ने कहा कि वर्तमान मामलें, जो पीठ के समक्ष विचाराधीन हैं, में कुल 67,000 करोड़ रुपए से अधिक का कथित धनशोधन शामिल है. सॉलिसिटर जनरल ने बुधवार को अपनी दलीलों के दौरान भगोड़े अपराधियों विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चौकसी की 18,000 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति की कुर्की से संबंधित आंकड़े का उल्लेख किया.
माल्या, नीरव और चोकसी की कुल 22,585.83 करोड़ की धोखाधड़ी में से 19,111.20 करोड़ जब्त किए
केंद्र की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल मेहता ने कहा, यह प्रस्तुत किया जाता है कि अपराध की राशि की समय पर कुर्की के कारण तीन भगोड़े अपराधियों विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी द्वारा 22,585.83 करोड़ रुपए की कुल धोखाधड़ी में से 19,111.20 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क की गई है.”
सुप्रीम कोर्ट में पीएमएलए के कुछ प्रावधानों की वैधता को चुनौती दी गई
मेहता ने बुधवार को शीर्ष अदालत को बताया था कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा अब तक 4,700 मामलों की जांच की जा रही है, और पीएमएलए के लागू होने के बाद से कथित अपराधों के लिए 313 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें से कुछ याचिकाओं में पीएमएलए के कुछ प्रावधानों की वैधता को चुनौती दी गई है. (इनपुट: भाषा)
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