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नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कम से कम साल के अंत तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहेंगे. अगले पार्टी अध्यक्ष के मुद्दे पर विचार तभी होगा, जब गुरुवार को नए सिरे से शुरू किया गया सदस्यता अभियान पूरा हो जाएगा. शाह इस साल दिसंबर तक महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनावों का प्रबंधन अपने हाथ में रखेंगे.
शाह की अध्यक्षता में गुरुवार को राज्य प्रमुखों सहित पार्टी शीर्ष नेताओं की एक बैठक हुई, जिसमें संगठनात्मक चुनावों, सदस्यता अभियान और अन्य संबंधित मुद्दों जैसे कि उनके उत्तराधिकारी को खोजने के लिए किए जाने वाले कार्यक्रम को लेकर चर्चा की गई. बैठक में मौजूद पूर्व मुख्यमंत्रियों में शिवराज सिंह चौहान, रमन सिंह और वसुंधरा राजे, महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, भूपेंद्र यादव और जे.पी. नड्डा के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी के राज्य इकाई प्रमुख भी शामिल रहे. बैठक में पार्टी में विभिन्न पदों को भरने के लिए नए नेताओं का चुनाव करने की उम्मीद जताई गई.
नए सिरे से चलेगा सदस्यता अभियान
बैठक में इस सवाल पर भी चर्चा हुई कि क्या अब शाह जो गृहमंत्री बन गए हैं, वह कार्यालय का कार्यभार संभालेंगे या और दो आशान्वितों – नड्डा या भूपेंद्र यादव में से एक को अध्यक्ष पद का प्रभार सौंपेंगे. बैठक में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय एक समिति का गठन किया गया. यह समिति नए सिरे से सदस्यता अभियान चलाएगी.
सदस्यता अभियान के समन्वयक होंगे शिवराज सिंह चौहान
भूपेंद्र यादव ने कहा कि चौहान सदस्यता अभियान के समन्वयक होंगे. पार्टी नेता दुष्यंत गौतम, सुरेश पुजारी, अरुण चतुर्वेदी और शोभा सुरेंद्रन सह-समन्वयक के रूप में उनका सहयोग करेंगे. उन्होंने कहा कि समिति की बैठक जल्द ही होगी, जिसमें सदस्यता अभियान की तिथियां और कार्यक्रम तय होंगे. उन्होंने यह संकेत दिया कि पार्टी को अगले साल तक नया अध्यक्ष मिलेगा.
जम्मू एवं कश्मीर में भी चुनाव होने हैं
जानकार सूत्रों ने संकेत दिया है कि जहां भाजपा सत्ताधारी पार्टी है, जैसे हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड, इन महत्वपूर्ण राज्य के चुनावों की देखरेख के लिए शाह इस साल दिसंबर तक अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे. अब राष्ट्रपति शासन को हटाकर जम्मू एवं कश्मीर में भी चुनाव होने हैं. शाह शुक्रवार को विभिन्न राज्यों के पार्टी महासचिवों (संगठन) से भी मुलाकात करेंगे. गुरुवार की बैठक शाह द्वारा पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ लोकसभा चुनाव में भाजपा की शानदार जीत के लिए बधाई देने के साथ स्वागत करने के लिए शुरू हुई.
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