
Assembly Election 2022 Update: पांच राज्यों में होनेवाली विधानसभा चुनाव की तारीखों का आज होगा ऐलान, 3.30 बजे तक का करें इंतजार
देश में कोरोना संकट गहराता जा रहा है. कोरोना मरीजों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. इन सबके बीच पांच राज्यों में होनेवाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का भी आज ऐलान होगा. चुनाव आयोग सख्त गाइडलाइंस के बीच चुनाव करा सकता है. जानिए क्या हैं अपडेट्स

Assembly Election 2022 Update: कोरोना के बढ़ते आंकड़ों के बीच देश के पांच राज्यों, उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड समेत पांचों राज्यों के विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान आज दोपहर बाद 3-30 बजे हो सकता है. चुनाव आयोग आज प्रेस कांफ्रेंस के जरिए इसकी जानकारी देनेवाला है. बता दें कि चुनाव आयोग ने पहले ही ये साफ कर दिया है कि चुनाव तय समय पर ही होंगे और इसके लिए मतदाता सूची भी जारी हो चुकी है. इसे लेकर सभी चुनावी राज्यों में सियासी हलचलें तेज हैं और सबसे ज्यादा चर्चा उत्तर प्रदेश चुनाव की हो रही है. यहां 403 विधानसभा सीट पर चुनाव होनेवाले हैं.
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बता दें कि देश के पांच राज्यों-उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर, पंजाब और गोवा में विधानसभा चुनाव की तारीखों का इंतजार बेसब्री से हो रहा है और आज शाम 3:30 बजे चुनाव आयोग की तरफ से विधानसभा चुनाव की तिथियों का एलान होगा. गृह मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को यूपी में अर्धसैनिक बलों की 225 कंपनियों की तैनाती को मंजूरी दे दी गई है और इन टुकड़ियों की तैनाती 10 से 20 जनवरी के बीच होगी. इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि चुनाव आयोग की ओर से प्रदेश में चुनाव की तैयारियां पूरी हो गई हैं.
चुनाव आयोग ने तैयारी पूरी कर ली है
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यूपी में 6 से 7 चरणों में चुनाव कराया जा सकता है. चुनाव आयोग ने पिछले दिनों पांचों राज्यों में होनेवाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पांचों राज्यों के डीजीपी और मुख्य सचिवों से मुलाकात कर प्रशासनिक तैयारियों का जायजा लिया था और इसके साथ ही कोरोना को लेकर हेल्थ सेक्रेटरी से वैक्सीनेशन की रिपोर्ट भी ली है और वैक्सीनेशन का अभियान तेज करने की अपील की है, ताकि चुनाव में कोरोना संक्रमण फैलने का रिस्क कम से कम रहे.
आयोग ले सकता है कड़े फैसले
यही नहीं चुनाव आयोग ने प्रचार पर पाबंदियों को लेकर भी कड़े फैसले लेने की तैयारी की है. कहा जा रहा है कि रैलियों पर पूरी तरह से रोक लग सकती है और अब चुनाव प्रचार ऑनलाइन मोड में ही करना होगा. बता दें कि उत्तराखंड सरकार ने 15 जनवरी तक सभी राजनीतिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी है.
इससे पहले चुनाव समय पर ही कराए जाएं या फिर टाल दिए जाएं. इस पर राय के लिए भी आयोग ने राजनीतिक दलों के साथ बैठक की थी, जिसमें सभी दलों ने राय जताई थी कि चुनाव टाइम पर ही होना चाहिए. इस राय के बाद आयोग ने वैक्सीनेशन से लेकर प्रशासन तक की स्थिति का जायजा लिया था.
कोरोना काल में ही हुए थे बंगाल और बिहार चुनाव
चुनाव के बारे में आयोग ने नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल और गृह मंत्रालय के अधिकारियों के साथ विचार विमर्श किया था और पांचों राज्यों के गृह और स्वास्थ्य विभाग के आला अफसरों से भी बातचीत की थी. राज्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के अफसरों को अब चुनाव आयोग के फैसले का इंतजार है. उम्मीद है कि आयोग बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर नयी गाइडलाइन जारी कर सकता है, जो पिछले साल पश्चिम बंगाल और बिहार विधान सभा चुनावों के लिए जारी किए गए गाइडलाइंस से सख्त हो सकता है.
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