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Beating Retreat Ceremony: विजय चौक पर शानदार शो, पहली बार गूंजी 'ए मेरे वतन के लोगों' की धुन, सेनाओं के बैंड ने बांधा समां

Beating Retreat Ceremony: बीटिंग रिट्रीट समारोह आयोजित हो रहा है. विजय चौक पर भव्य शो चल रहा है.

Updated: January 29, 2022 8:03 PM IST

By India.com Hindi News Desk | Edited by Zeeshan Akhtar

Beating Retreat Ceremony: विजय चौक पर शानदार शो, पहली बार गूंजी 'ए मेरे वतन के लोगों' की धुन, सेनाओं के बैंड ने बांधा समां

Beating Retreat Ceremony: दिल्ली के विजय चौक पर बीटिंग रिट्रीट समारोह आयोजित हो रहा है. भव्य शो चल रहा है. बीटिंग रिट्रीट समारोह को गणतंत्र दिवस समारोह औपचारिक रूप से समाप्त हो जाता है. मिलिट्री बैंड ने बीटिंग रिट्रीट समारोह में समां बाँध दिया. बीटिंग रिट्रीट समारोह में पहली बार ‘ए मेरे वतन के लोगों, ज़रा आँख में भर लो पानी’ गूंजा. आज़ादी के बाद से अब तक इस समारोह में महात्मा गांधी की पसंदीदा धुन बजती आ रही थी. इस बार ये परंपरा बदल गई.

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बीटिंग रिट्रीट समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह मौजूद हैं. इस बार कार्यक्रम में 10 मिनट का ड्रोन शो रखा गया. भारत की तीनों सेनाओं और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के बैंड की अलग-अलग धुन बजाई जा रही है. इसने सभी का दिल जीत लिया. बीटिंग रिट्रीट समारोह में भारत के इतिहास को बेहतरीन अंदाज़ में बताया जा रहा है.

बता दें कि भारत के गणतंत्र दिवस समारोह की समाप्ति का सूचक है-बीटिंग रिट्रीट. इस कार्यक्रम में थल सेना, वायु सेना और नौसेना के बैंड पारंपरिक धुन के साथ मार्च करते हैं. हर साल गणतंत्र दिवस के बाद 29 जनवरी की शाम को ‘बीटिंग द रिट्रीट’ (Beating The Retreat) कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. दिल्ली स्थित रायसीना रोड पर राष्ट्रपति भवन के सामने इसका प्रदर्शन किया जाता है. गणतंत्र दिवस समारोह की तरह यह कार्यक्रम भी देखने लायक होता है. इसके लिए राष्ट्रपति भवन, विजय चौक, नॉर्थ ब्लॉक, साउथ ब्लॉक बेहद सुंदर रोशनी के साथ सजाया जाता है.

क्या है बीटिंग रिट्रीट?
‘बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी’ सेना की बैरक में वापसी का प्रतीक है. जब लड़ाई के दौरान सेनाएं सूर्यास्त होने पर हथियार रखकर अपने कैंप में जाती थीं, तब एक संगीतमय समारोह होता था, इसे बीटिंग रिट्रीट कहा जाता है.

भारत में बीटिंग रिट्रीट की शुरुआत 1950 के दशक में हुई थी. तब भारतीय सेना के मेजर रॉबर्ट ने इस सेरेमनी को सेनाओं के बैंड्स के डिस्प्ले के साथ पूरा किया था. समारोह में राष्ट्रपति बतौर चीफ गेस्ट शामिल होते हैं. विजय चौक पर राष्ट्रपति के आते ही उन्हें नेशनल सैल्यूट दिया जाता है और इसी दौरान राष्ट्रगान जन गण मन होता है. इसके साथ ही तिरंगा फहराया जाता है. थल सेना, वायु सेना और नौसेना, तीनों के बैंड मिलकर पारंपरिक धुन के साथ मार्च करते हैं.

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Published Date: January 29, 2022 6:50 PM IST

Updated Date: January 29, 2022 8:03 PM IST