
चार धाम यात्रा के लिए कोविड की नेगेटिव जांच रिपोर्ट की अनिवार्यता खत्म, वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट भी साथ रखना ज़रूरी नहीं
उत्तराखंड सरकार ने कहा कि अब चार धाम यात्रा के लिए कोविड की नेगेटिव जांच रिपोर्ट और वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की ज़रूरत नहीं पड़ेगी.

देहरादून: इस साल चार धाम यात्रा के लिए उत्तराखंड आने वाले तीर्थयात्रियों को कोविड की नेगेटिव जांच रिपोर्ट या टीकाकरण प्रमाणपत्र साथ रखना अनिवार्य नहीं है. मुख्य सचिव एस एस संधू ने अधिकारियों के साथ बैठक कर चार धाम यात्रा और इस विषय पर चर्चा की कि इसे सफलतापूर्वक कैसे संचालित किया जाए. उन्होंने बैठक के बाद कहा कि तीर्थ यात्रा पर निकलने से पहले श्रद्धालुओं के लिए पर्यटन विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण करना अनिवार्य होगा.
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संधू ने कहा कि राज्य के बाहर से आने वाले तीर्थयात्रियों की कोविड की नेगेटिव जांच रिपोर्ट या टीकाकरण प्रमाणपत्र की जांच अगले आदेश तक अनिवार्य नहीं होगी. उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को आगमन पर किसी प्रकार की असुविधा न हो और राज्य की सीमाओं पर भीड़ न जमा हो. हालांकि, उन्होंने अधिकारियों से स्थिति पर लगातार नजर रखने को कहा.
बैठक में राज्य के पुलिस प्रमुख, स्वास्थ्य और पर्यटन विभाग के सचिव, मंदिर समिति के अधिकारी और संबंधित जिलाधिकारियों ने भाग लिया. चार धाम यात्रा तीन मई को गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट खुलने के साथ शुरू हो रही है. केदारनाथ के कपाट 6 मई को और बद्रीनाथ के कपाट 8 मई को खुलेंगे. कोविड संबंधी पाबंदियां हटाए जाने के साथ, इस वर्ष रिकॉर्ड संख्या में तीर्थयात्रियों के आने की संभावना है. यात्रा मार्ग के किनारे स्थित होटल और धर्मशालाओं से यह जानकारी मिल रही है कि उनके यहां कमरे पहले ही बुक हो चुके हैं.
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