By clicking “Accept All Cookies”, you agree to the storing of cookies on your device to enhance site navigation, analyze site usage, and assist in our marketing efforts Cookies Policy.
देश के 'लोगों की कीमत' पर कभी नहीं किया वैक्सीन का निर्यात- अदार पूनावाला
Corona Vaccine: सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के CEO अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि उन्होंने देश के 'लोगों की कीमत' पर कभी वैक्सीन का निर्यात नहीं किया है.
Corona Vaccine: देश में कोरोना का कहर जारी है. कोरोना पर काबू पाने के लिए लॉकडाउन के साथ-साथ वैक्सीनेशन अभियान भी जोरों पर है. भारत में अभी 18 साल के ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है. देश में फिलहाल दो वैक्सीन (कोविशील्ड और कोवैक्सीन) दी जा रही है. साथ रूसी वैक्सीन स्पुतनिक V के इमरजेंसी इस्तेमाल की भी इजाजत मिल गई है. कुछ जगहों पर इसका इस्तेमाल भी शुरू हो गया है. इन सबके बीच भारत से वैक्सीन की कमी और उसके निर्यात को लेकर तमाम तरह के सवाल उठ रहे है.
Trending Now
देश वैक्सीन की कमी की खबरों के बीच बीच सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के CEO अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि उन्होंने देश के ‘लोगों की कीमत’ पर कभी वैक्सीन का निर्यात नहीं किया है. बता दें कि भारत में कोवीशील्ड (Covishield) का उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट कर रही है. सीरम इंस्टीट्यूट की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि हम दुनिया के दो सबसे अधिक आबादी वाले देशों में से एक हैं और इतनी बड़ी आबादी का वैक्सीनेशन अभियान 2 से 3 महीने में पूरा नहीं किया जा सकता है. पूरी दुनिया की आबादी को पूरी तरह से टीका लगने में 2-3 साल लगेंगे.
We're amongst 2 most populous countries in the world, a vaccination drive for such large population can't be completed within 2-3 months, as several factors & challenges are involved. It'd take 2-3 yrs for entire world population to get fully vaccinated: Serum Institute of India pic.twitter.com/Hg9AM6SYPn
— ANI (@ANI) May 18, 2021
अदार पूनावाला ने कहा, ‘जनवरी 2021 में हमारे पास टीकों का बड़ा भंडार था. हमारा टीकाकरण अभियान शुरू हो गया था, लेकिन कोरोना केस न्यूनतम स्तर पर थे. उस समय स्वास्थ्य विशेषज्ञों सहित अधिकतर लोगों ने मान लिया कि भारत में महामारी खत्म हो चुकी है. उस समय दुनिया के कई दूसरे देशों में संकट गंभीर था और उन्हें मदद की जरूरत थी. हमारी सरकार ने इस दौरान उनकी हर संभव मदद की. सहयोग की यही भावना 2020 की शुरुआत में देशों के बीच देखने को मिली थी.
बयान में आगे कहा गया कि हमारे वैश्विक गठबंधनों के हिस्से के रूप में, COVAX के प्रति भी हमारी प्रतिबद्धता थी ताकि वे महामारी को समाप्त करने के लिए विश्व स्तर पर टीकों का वितरण कर सकें. बयान में कहा गया कि SII भारत को प्राथमिकता देता है और उत्पादन बढ़ा रहा है और उसे उम्मीद है कि वह इस साल के अंत तक कोवैक्स और अन्य देशों को टीके मुहैया कराना शुरू कर देगा.
कंपनी ने कहा, ‘हम यह दोहराना चाहते हैं कि हमने भारत के लोगों के जीवन की कीमत पर कभी टीके निर्यात नहीं किए और हम देश में टीकाकरण मुहिम को सहयोग देने के लिए हर संभव कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.’ उसने कहा कि एसआईआई मानवता के लिए सर्वश्रेष्ठ योगदान देने के लिए सरकार के साथ मिलकर अथक काम कर रहा है और वह इसी भावना के साथ काम करना जारी रखेगा. एसआईआई ने कहा, ‘यह इस वैश्विक महामारी को हराने के लिए एकजुट होकर काम करने का समय है.’
(इनपुट: ANI)
Also Read:
ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें India Hindi की और अन्य ताजा-तरीन खबरें