
Corona Update: स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना की समीक्षा की- दिया यह निर्देश
Corona Update: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि कोविड-19 संक्रमण के मामलों में वृद्धि से लड़ने की तैयारी में कोई कमी न हो.

Corona Update: देश में कोरोना और उसके नए ‘ओमिक्रॉन’ (Omicron) वेरिएंट की रफ्तार काफी तेजी से बढ़ रही है. भारत में रोजाना दर्ज किये जाने वाले मामलों में काफी बढ़ोतरी हो रही है. इन सबके बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि कोविड-19 संक्रमण के मामलों में वृद्धि से लड़ने की तैयारी में कोई कमी न हो. मांडविया ने साथ ही महामारी के निर्बाध प्रबंधन के लिए समग्र तालमेल बनाए रखने पर भी जोर दिया. मांडविया ने साथ ही यह भी दोहराया कि केंद्र कोविड-19 को काबू में करने के लिए राज्यों का सहयोग करने को समर्पित है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने देश भर में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए ईसीआरपी- दो के तहत सहायता प्रदान की है. भारत कोविड-19 आपातकालीन प्रतिक्रिया एवं स्वास्थ्य प्रणाली तैयारी पैकेज- चरण- दो एक केंद्र प्रायोजित योजना है जो देश भर में चल रही महामारी से उत्पन्न खतरे को रोकने, पता लगाने और इसको लेकर प्रतिक्रिया तथा आपातकालीन प्रतिक्रिया और तैयारियों के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने के लिए है.
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महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, गोवा, दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव के स्वास्थ्य मंत्रियों, शीर्ष अधिकारियों और सूचना आयुक्तों के साथ बातचीत करते हुए मंडाविया ने कहा, ‘जब हम वैश्विक महामारी में बढ़ोतरी से मुकाबला कर रहे तो हमारी तैयारियों में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए.’ डिजिटल संवाद के दौरान, उन्होंने इन राज्यों में कोविड-19 को नियंत्रित करने और प्रबंधित करने के साथ-साथ टीकाकरण अभियान की प्रगति के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा की.
States advised to undertake a regular review of health infrastructure strengthening, establish teleconsultation hubs in every district and focus on widespread awareness regarding available infrastructure and healthcare services: Union Health Ministry pic.twitter.com/X7VqrT6hAr
— ANI (@ANI) January 10, 2022
स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि मांडविया ने राज्यों से भौतिक बुनियादी ढांचे के मामले में मजबूत तैयारी करने और ईसीआरपी-दो के तहत स्वीकृत धन का कुशलतापूर्वक उपयोग करने का आग्रह किया. उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों से ईसीआरपी-दो के तहत भौतिक गतिविधियों के कार्यान्वयन की समीक्षा करने का अनुरोध किया. यह भी सुझाव दिया गया था कि पोर्टल पर राज्यों द्वारा बिस्तर, पीएसए संयंत्र, ऑक्सीजन उपकरण जैसे बुनियादी ढांचे की परिचालन स्थिति पोर्टल पर भरी जाए.
बयान में कहा गया है कि भविष्य में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए उन्हें चालू किया जाना चाहिए और एक कार्यात्मक स्थिति में रखा जाना चाहिए. इस बात पर जोर दिया गया कि कोविड के खिलाफ लड़ाई में वास्तविक समय के डेटा-संचालित विश्लेषण और सूचना-आधारित निर्णयों के लिए, राज्यों को अपने डेटा को निगरानी पोर्टलों पर अद्यतन करना चाहिए. इससे कई स्तरों पर तैयारियों की योजना बनाने और उनका आकलन करने में मदद मिलेगी.
मांडविया ने राज्यों को आवश्यक दवाओं के अतिरिक्त भंडार की समीक्षा करने और यह सुनिश्चित करने की भी सलाह दी कि यदि कोई कमी है, तो उसे पूरा किया जाए. केंद्रीय मंत्री ने राज्यों को सलाह दी कि सभी पात्र आबादी, विशेष रूप से कम टीकाकरण वाले क्षेत्रों और जिलों में टीकाकरण बढ़ाएं. उन्होंने कहा, ‘टीकाकरण से अस्पताल में भर्ती होने की जरुरत कम होती है और स्थिति गंभीर नहीं होती.’ उन्होंने पहचान की गई श्रेणियों के लिए ‘एहतियाती खुराक’ देने पर जोर दिया और राज्यों से जोखिम वाली आबादी का पूर्ण कवरेज सुनिश्चित करने का आग्रह किया. उन्होंने राज्यों से जल्द से जल्द 15-18 वर्ष के पात्र आयु वर्ग के पूर्ण कवरेज में तेजी लाने का भी अनुरोध किया.
मांडविया ने कहा कि कोविड का चाहे जो भी स्वरूप हो, ‘जांच-निगरानी-टीकाकरण’ और ‘कोविड उपयुक्त व्यवहार’ का पालन करना कोविड प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण आधार बना हुआ है. बयान में कहा गया है कि राज्यों को आईसीएमआर, एनसीडीसी के क्षेत्रीय अधिकारियों, हवाई अड्डे के जन स्वास्थ्य अधिकारियों और राज्य निगरानी अधिकारियों के साथ नियमित बैठकें करने की सलाह दी गई है. मांडविया ने ई-संजीवनी जैसे प्लेटफार्मों के माध्यम से टेली-परामर्श के महत्व पर प्रकाश डाला और राज्यों को इसे हर जिले में स्थापित करने की सलाह दी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘उन्हें चौबीसों घंटे काम करना चाहिए… यह महत्वपूर्ण है कि लोग उपलब्ध स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे और सेवाओं के बारे में जानें. राज्यों को उनकी उपलब्धता को प्रचारित करने और उनकी निगरानी के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित करने की जरूरत है.’ केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने घर पर पृथकवास दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने राज्यों से यह सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया कि स्वास्थ्य कर्मियों को घर पर पृथकवास में निगरानी के लिए प्रशिक्षित किया जाए.
(इनपुट: भाषा)
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