
कोरोना से जंग होगी और तेज! DCGI ने सिंगल डोज रूसी वैक्सीन Sputnik Light के इमरजेंसी इस्तेमाल की दी इजाजत
Covid Vaccine Update: भारत के औषधि महानियंत्रक (Drugs Controller General of India) यानी DCGI ने रूस की सिंगल डोज स्पूतनिक लाइट वैक्सीन (Sputnik Light Vaccine) के इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत दे दी है.

Covid Vaccine Update: भारत में कोरोना से जंग और तेज होने वाली है. कोरोना से जंग के लिए भारत को एक और नया ‘हथियार’ मिलने जा रहा है. भारत के औषधि महानियंत्रक (Drugs Controller General of India) यानी DCGI ने रूस की सिंगल डोज स्पुतनिक लाइट वैक्सीन (Sputnik Light Vaccine) के इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत दे दी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर मनसुख मांडविया (Dr Mansukh Mandaviya) ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है.
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डॉक्टर मनसुख मांडविया ने ट्वीट कर कहा, ‘DCGI ने भारत में सिंगल-डोज स्पुतनिक लाइट COVID-19 वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत दी है. यह देश का 9वां COVID वैक्सीन है. यह महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई को और मजबूत करेगा.
DCGI has granted emergency use permission to Single-dose Sputnik Light COVID-19 vaccine in India.
This is the 9th #COVID19 vaccine in the country. This will further strengthen the nation's collective fight against the pandemic. — Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) February 6, 2022
उधर, भारतीय वैज्ञानिकों ने एक ऐसा सार्वभौमिक टीका विकसित करने का दावा किया है जोकि कोरोनाके सभी स्वरूपों के खिलाफ प्रभावी हो सकता है. वायरस के नए वेरिएंट के कारण बढ़ते संक्रमण के मामलों की चिंता के बीच पश्चिम बंगाल में आसनसोल के काजी नजरुल विश्वविद्यालय और भुवनेश्वर स्थित भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) के वैज्ञानिकों एक ऐसा टीका विकसित किया है, जिसे लेकर उनका दावा है कि यह टीका भविष्य के किसी भी कोरोना वायरस के स्वरूप के खिलाफ प्रभावी रहेगा.
शोधकर्ताओं ने कहा कि अध्ययन के दौरान ऐसे तरीके का उपयोग किया गया जोकि कोरोना वायरस समेत वायरल के लिए जिम्मेदार वायरस के सभी छह समूहों के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने में सहायक रहेगा. काजी नजरुल विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं अभिज्ञान चौधरी और सुप्रभात मुखर्जी के साथ ही आईआईएसईआर के पार्थ सारथी सेन गुप्ता, सरोज कुमार पांडा और मलय कुमार राणा ने कहा कि विकसित किया गया टीका बेहद स्थिर और रोग प्रतिरक्षाजनक पाया गया है.
चौधरी ने कहा कि शोधकर्ताओं के दल ने संगणक सिद्धांतों का उपयोग करके टीका विकसित किया है. उन्होंने कहा कि टीके के परीक्षण के बाद अगले चरण में इसके उत्पादन की तरफ कदम बढ़ाया जाएगा.
(इनपुट: ANI, भाषा)
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