
DRDO ने फिर किया कमाल, Akash न्यू जेनरेशन मिसाइल का सफल परीक्षण कर बढ़ाई वायुसेना की ताकत
ऑर्गेनाइजेशन ने कहा कि मिसाइल ने तय की गई सटीकता के साथ लक्ष्य को बेधा.

Akash Missile: डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) ने कहा है कि सोमवार को उसने आकाश न्यू जेनरेशन मिसाइल (Akash-NG) का सफल परीक्षण किया. डीआरडीओ ने ओडिशा के तट से इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज से आकाश मिसाइल का सफल प्रक्षेपण किया.
Also Read:
- DRDO ने 'वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम' मिसाइल का सफलतापूर्वक फ्लाइट टेस्ट किया, देखें वीडियो
- Indian Navy ने अरब सागर में DRDO के स्वदेशी डिजाइन सीकर और बूस्टर के साथ BrahMos Missile का सफल टेस्ट किया
- Aero India Show 2023: PM Modi बोले - एयरो इंडिया कोई शो नहीं देश की ताकत है, हमने रिकॉर्ड डिफेंस एक्सपोर्ट किया है
DRDO ने एक बयान जारी कर कहा, “आज ओडिशा के तट से इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज से आकाश-एनजी (न्यू जेनरेशन) मिसाइल का सफल प्रक्षेपण किया. आकाश-एनजी एक नई पीढ़ी की सरफेस-टू-एयर मिसाइल है जिसका उपयोग भारतीय वायुसेना द्वारा उच्च पैंतरेबाजी वाले हवाई खतरों को रोकने के उद्देश्य से किया जाता है.”
ऑर्गेनाइजेशन ने कहा कि मिसाइल ने तय की गई सटीकता के साथ लक्ष्य को बेधा. प्रक्षेप पक्ष के दौरान उच्च युद्धाभ्यास करके प्रक्षेपण ने सभी परीक्षण उद्देश्यों को पूरा किया. DRDO ने कहा कि कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम का प्रदर्शन जहाज पर एवियोनिक्स और मिसाइल की वायु की गति के प्रारूप को सफलतापूर्वक सत्यापित किया गया.
बता दें कि आकाश मिसाइल का वजन 720 किलोग्राम है और इसकी लंबाई 19 फीट है. यह 60 किलोग्राम के भार वाले हथियारों को ले जाने में सक्षम है और इसकी मारक क्षमता 40 से 60 किलोमीटर तक की है.
ज्ञात हो कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन के साथ जारी तनातनी के बीच भारतीय सेना ने लद्दाख में बड़ी संख्या में जवानों को तैनात किया है. सूत्रों की मानें तो रूसी और पश्चिमी रक्षा प्रणाली के अलावा भारतीय सेना यहां रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित स्वदेशी मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली आकाश मिसाइल रक्षा प्रणाली का उपयोग कर रही है.
ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें देश की और अन्य ताजा-तरीन खबरें