
Rishi Ganga में Glacier Burst के बाद बनी झील का फ्लो बढ़ाया जा रहा है, सामने आया ये वीडियो
Rishi Ganga, Chamoli, Uttarakhand, death toll, News Updates: कुल 204 लोग गायब हुए, जिनमें से अभी तक 70 शव मिल चुके हैं और 29 बॉडी पार्ट भी मिले हैं

Rishi Ganga, Chamoli, Uttarakhand, death toll, ITBP, Tapovan, Latest News: उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली ( Chamoli) जिले में ऋषिगंगा Rishi Ganga) नदी के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में ग्लेशियर टूटने के बाद बनी झील के बहाव को तेज किया जा रहा है. ITBP) के जवानों ने SDRF और अन्य संगठनों के साथ मिलकर उत्तराखंड के चमोली में ऋषि गंगा में बनी झील के प्रवाह को चौड़ा करने के लिए काम कर रहे हैं.
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बता दें कि पहले इस झील से खतरा बताया गया था, लेकिन कल सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बयान में बताया कि जल के प्रवाह को और बढ़ाने तथा कुछ अवरोधकों को हटाने से जुड़े काम की समीक्षा की गई है.
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवानों ने SDRF और अन्य संगठनों के साथ मिलकर उत्तराखंड के चमोली में ऋषि गंगा में बनी झील के प्रवाह को चौड़ा करने के लिए काम कर रहे हैं. इससे झील से पानी छोड़ने की मात्रा में वृद्धि हुई है. यह बात आईटीबीपी की ओर से एक बयान में कही गई है.
#WATCH | Indo-Tibetan Border Police (ITBP) jawans with SDRF and other organizations working to widen the flow of the lake formed at Rishi Ganga in Chamoli, Uttarakhand by removing tree trunks. This has increased the volume of water release from the lake: ITBP pic.twitter.com/7H3wCnjFGs
— ANI (@ANI) February 23, 2021
70 शव मिल चुके हैं और 29 बॉडी पार्ट भी मिले हैं
बता दें कि इस हादसे में कुल 204 लोग गायब हुए, जिनमें 192 लोग दोनों पावर प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे और 12 लोग आसपास के गांवों के थे. इनमें से अभी तक 70 शव मिल चुके हैं और 29 बॉडी पार्ट भी मिले हैं. यह बात उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बयान दिया है.
उपग्रह से मिले डाटा से पता चला है कि फिलहाल कोई खतरा नहीं
बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जुड़े उत्तराखंड के मुख्य सचिव ने बताया कि विभिन्न वैज्ञानिक एजेंसियों द्वारा स्थल पर कृत्रिम झील के संबंध में विश्लेषण और उपग्रह से मिले डाटा के आधार पर पता चला है कि फिलहाल कोई खतरा नहीं है, क्योंकि जलस्तर अनुमान से कम है और यह पानी पुरानी धारा से बह रहा है.
लगातार हालात की निगरानी करने को कहा गया
केंद्रीय गृह सचिव ने अस्थायी अवरोधक के कारण बनी स्थिति के अनुरूप जरूरत पड़ने पर तथा राज्य सरकार को केंद्रीय एजेंसियों से मदद जारी रखने का आश्वासन दिया. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के सचिव और राज्य सरकार को केंद्र और राज्य की एजेंसियों के साथ लगातार हालात की निगरानी करने को कहा गया है.
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