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Independence Day 2022: स्वतंत्रता हमें बड़ी मुश्किल से मिली है, हमें इसका सम्मान करना चाहिए. वैसे तो अंग्रेजों से आजादी की कहानी हमने किताबों में बहुत पढ़ी है, लेकिन आज हम आपको आजादी की कहानी एक स्वतंत्रता सेनानी की जुबानी सुना रहे हैं. 99 वर्षीय फ्रीडम फाइटर (Freedom Fighter) डा. बशिष्ट नारायण पांडे (Bashisht Narayan Pandey) ने बताया कि अंग्रेजों से भारत को आजाद कराने में बहुत स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी कुर्बानी दी है. उनके पिता भी एक फ्रीडम फाइटर थे, अंग्रेजों से झड़प के दौरान वो शहीद हो गए थे. अपने पिता से ही बशिष्ट नारायण पांडे को आजादी के लिए लड़ाई लड़ने की प्रेरणा मिली.
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