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Lakhimpur Kheri Violence: यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा- आशीष मिश्रा की जमानत का किया था विरोध

Lakhimpur Kheri Violence: उत्तर प्रदेश सरकार (UP Govt) ने लखीमपुर खीरी में किसानों को कार से कुचलने के आरोपी आशीष मिश्रा की बेल अर्जी का इलाहाबाद हाईकोर्ट में विरोध किया था.

Updated: March 29, 2022 4:27 PM IST

By India.com Hindi News Desk | Edited by India.com Hindi News Desk

Lakhimpur Kheri Case
Lakhimpur Kheri Case

Lakhimpur Kheri Violence: उत्तर प्रदेश सरकार (UP Govt) ने लखीमपुर खीरी में किसानों को कार से कुचलने के आरोपी आशीष मिश्रा की बेल अर्जी का इलाहाबाद हाईकोर्ट में विरोध किया था. सुप्रीम कोर्ट में यूपी सरकार की तरफ से हलफनामा दाखिल कर यह जानकारी दी गई है. हलफनामे में उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि लखीमपुर खीरी कांड के पीड़ित परिवारों की सुरक्षा के सभी प्रयास किए गए हैं.

न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट में यूपी सरकार ने कहा कि पुलिस सभी गवाहों से नियमित रूप से संपर्क करती है ताकि उनकी सुरक्षा की स्थिति का आंकलन किया जा सके. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ (Ajay Mishra Teni) के बेटे आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) की जमानत रद्द करने की मांग वाली याचिका के जवाब में उत्तर प्रदेश सरकार ने हलफनामा में कहा कि यह आरोप पूरी तरह से गलत है कि कि यूपी सरकार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में आशीष मिश्रा की जमानत का विरोध नहीं किया.

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इसके अलावा यूपी सरकार ने किसानों के परिवारों के उन आरोपों को भी खारिज कर दिया कि VIP लोगों को जाने दिया गया और गवाहों ही सुरक्षा नहीं की गई. वहीं, यूपी सरकार ने हिंसा में एक गवाह पर हमला करने के आरोपों से भी इनकार किया. योगी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि गवाहों की सुरक्षा की लगातार समीक्षा भी की जाती रही है. कुछ दिन पहले भी उन लोगों से बात की गई थी और उन्होंने सुरक्षा को लेकर संतुष्टि जताई है.

…तो राजनीति से संन्यास ले लूंगा: अजय मिश्रा

उधर, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ने लोकसभा में कहा कि अगर उनके खिलाफ एक भी मामला दर्ज हो तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे. उन्होंने सदन में ‘दंड प्रक्रिया (पहचान) विधेयक, 2022’ पेश किए जाने के दौरान कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी की एक टिप्पणी के जवाब में यह बात कही. मिश्रा जब विधेयक से जुड़े बिंदुओं को सदन में रख रहे थे तो अधीर रंजन चौधरी ने कुछ टिप्पणी की. चौधरी का आशय संभवत: पिछले साल उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में घटी हिंसक घटना से था जिसमें कुछ किसानों की मौत हो गई थी. इस मामले में मिश्रा के पुत्र आरोपी हैं.

कांग्रेस नेता की टिप्पणी का प्रतिवाद करते हुए मिश्रा ने कहा, ‘मैं अधीर रंजन चौधरी जी को बताना चाहता हूं कि मैंने 2019 में नामांकन पत्र भरा था. अगर मेरे खिलाफ एक भी मामला हो, अगर मैं एक भी मिनट के लिए जेल गया हूं, तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा.’

(इनपुट: ANI,भाषा)


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