
लोकसभा में गूंजा.... गधा-डाकू-कल का छोकरा-लुटेरा खानदान, स्पीकर ने दी कड़ी चेतावनी
लोकसभा में शुक्रवार को कार्यवाही के दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष में बयानबाजी के दौरान भाषा की सारी मर्यादा टूट गई. सदन में गधा-कल का छोकरा, लुटेरा खानदान और भी कई अमर्यादित शब्द प्रयोग किए गए, जिसपर स्पीकर ने कड़ी चेतावनी दी.

Lok Sabha : लोकसभा में शुक्रवार को सदस्यों ने जमकर हंगामा मचाया और कार्यवाही के दौरान एक-दूसरे पर जमकर अमर्यादित टिप्पणी की. सदस्यों ने भाषा की सारी मर्यादाएं लांघ दीं, जिसके बाद स्पीकर ने सदस्यों को कड़ी चेतावनी दी. लोकसभा में कल कराधान बिल पर चर्चा शुरू हुई और पूरी चर्चा कोरोना महामारी से निजात के लिए बनाए गए पीएम केयर्स फंड पर केंद्रित हो गई और सत्ता पक्ष और विपक्ष ने असंसदीय टिप्पणियों से सदन को शर्मशार कर दिया.
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सदस्यों ने एक- दूसरे के लिए गधा, डाकू, कल का छोकरा, लुटेरा खानदान जैसे शब्दों का प्रयोग किया. जिसपर जमकर हंगामा हुआ और सदन की कार्यवाही चार बार करीब दो घंटे तक बाधित रही. इस हंगामे के बीच स्पीकर पर भी सवाल उठाए गए जिसपर स्पीकर ने कड़ी चेतावनी दी और कहा कि मुझपर आरोप लगाना उचित नहीं.
दरअसल हंगामे को देखते हुए टीएमसी के कल्याण बनर्जी ने स्पीकर पर पक्षपात का आरोप लगाया तो स्पीकर ने कहा कि, मैंने सभी पक्षों को समझाया है. सभी पक्षों को खड़े रह कर अपनी बात नहीं रखने की चेतावनी दी है. सभी से कहा, ऐसी स्थिति में नाम लेकर उन्हें सदन से बाहर किया जाएगा. इसके बावजूद ऐसे आरोप उचित नहीं हैं. कोई सदस्य अपने मन से सदन चलाने की कोशिश नहीं कर सकता.
दरअसल, कराधान बिल पर चर्चा के दौरान विपक्ष के सभी सदस्यों ने पीएम केयर्स फंड पर सवाल उठाए. विपक्ष ने बिल की पारदर्शिता पर भी सवाल उठाया. इसके बाद जब वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर के बोलने की बारी आई तो बिल की पूरी चर्चा पटरी से उतर गई और हंगामा शुरू हो गया.
अनुराग ठाकुर ने कहा, जब इनलोगों को कुछ नहीं मिला तो ये पीएम केयर्स फंड के पीछे पड़े हैं. अनुराग ने कहा, नेहरू ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा कोष तो बनाया, लेकिन इसे रजिस्टर्ड नहीं कराया. उन्होंने कहा कि पूरा का पूरा फंड नेहरू-गांधी परिवार को लाभ पहुंचाने के लिए बनाया गया था.
इस पर जब अधीर ने सोनिया गांधी का नाम लेने पर आपत्ति जताई, तो अनुराग ने कहा, चर्चा में पूरे खानदान का नाम लूंगा. अनुराग ने कांग्रेस सांसदों को एक परिवार का गुलाम बताया. फिर क्या था ठाकुर के बयान पर अधीर रंजन ने आपा खो दिया और कहा कि पता नहीं हिमाचल का कल का छोकरा, हिमाचल का… कहां से आ गया, जिसने पूरा माहौल खराब कर दिया.
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