
सुभाष चंद्र बोस की होलोग्राम प्रतिमा लगाने को नेताजी की बेटी ने बताया अच्छा कदम, कहा- 'उनका देश प्रेम अदभुत था'
इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की होलोग्राम प्रतिमा को लगाने के फैसले को उनकी बेटी और जर्मन अर्थशास्त्री अनीता बोस फाफ (Anita Bose Pfaff) ने ऐतिहासिक और अच्छा कदम बताया.

Subhas Chandra Bose: प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने रविवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhas Chandra Bose) की 125वीं जयंती पर इंडिया गेट पर उनकी होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया. जल्द ही नेताजी की प्रतिमा को ग्रेनाइट के भव्य आदमकद प्रतिमा से बदल दिया जाएगा. सरकार के इस फैसले पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की बेटी और जर्मन अर्थशास्त्री अनीता बोस फाफ (Anita Bose Pfaff) का रिएक्शन आया. अनीता बोस ने इसे ऐतिहासिक फैसला और अच्छा कदम बताया. वीडियो संदेश में अनीता बोस ने कहा कि उनके पिता का राष्ट्रप्रेम बाकी सब कुछ को पीछे छोड़ दिया. उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस विचारशील होने के साथ ही काम करने में विश्वास रखते थे.
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वीडियो संदेश में अनीता बोस कहा कि, ‘नेताजी की प्रमुख भावना अपने देश के लिए उनका महान प्रेम था और इसने बाकी सब चीजों को पीछे छोड़ दिया था. अनीता बोस ने कहा कि, उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कई गंभीर चुनौतियों का साहसिक तरीके से सामना किया. नेताजी अपने देश के लिए कितना भी बड़ा त्याग करने के लिए हमेशा तैयार रहते थे. देश प्रेम के साथ-साथ वह अपने परिवार और मित्रों से भी उतना ही प्यार करते थे. अनिता बोस ने कहा कि नेताजी इस सम्मान के हकदार थे.
Delhi: Prime Minister Narendra Modi unveils hologram statue of Netaji Subhas Chandra Bose at India Gate on his 125th birth anniversary #ParakramDiwas pic.twitter.com/XmKJ6LuhNk
— ANI (@ANI) January 23, 2022
उन्होंने कहा कि नेताजी धार्मिक व्यक्ति थे. उनका विश्वास हिंदू धर्म में था, लेकिन वह अन्य धर्मों का भी उतना ही आदर करते थे. वह अन्य धर्मों का सम्मान करने के लिए अपने समर्थकों आजाद हिंद फौज और परिवार को भी प्रेरित करते थे. अनीता बोस ने कहा, ‘मैं फैसले से बहुत खुश हूं. यह (इंडिया गेट) बहुत अच्छा स्थान है. मुझे निश्चित रूप से खुशी है कि उनकी प्रतिमा को इतने प्रमुख स्थान पर लगाया जाएगा.
मालूम हो कि इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की होलोग्राम प्रतिमा को 30,000 लुमेन 4के प्रोजेक्टर द्वारा संचालित किया जाएगा. इस प्रतिमा का आकार 28 फुट ऊंचा और 6 फुट चौड़ा है. एक अदृश्य 90 प्रतिशत पारदर्शी होलोग्राफिक स्क्रीन इस तरह से लगाई गई है कि यह आगंतुकों को दिखाई नहीं देती.
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