Omicron in India: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मंडाविया ने संसद में दी ये महत्वपूर्ण जानकारी; जांच बढ़ाने के आदेश

Omicron in India: कोरोना के नए वेरिएंट Omicron को लेकर देश और दुनिया में सभी अलर्ट हैं. दक्षिण अफ्रीका में पहली बार सामने आए इस वेरिएंट के संक्रमित दुनियाभर के कई देशों में सामने आ चुके हैं. इस बीच मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने राहत की खबर दी है.

Updated: November 30, 2021 1:30 PM IST

By India.com Hindi News Desk | Edited by Digpal Singh

Omicron in India: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मंडाविया ने संसद में दी ये महत्वपूर्ण जानकारी; जांच बढ़ाने के आदेश

Omicron in India: कोरोना (Coronavirus) के नए वेरिएंट Omicron को लेकर देश और दुनिया में सभी अलर्ट हैं. दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में पहली बार सामने आए इस वेरिएंट के संक्रमित दुनियाभर के कई देशों में सामने आ चुके हैं. भारत में भी नए कोरोना स्ट्रेन (Omicron Strain in India) को लेकर लोग दहशत में हैं. दिल्ली सरकार (Delhi Govt) ने तो अपने लोकनायक अस्पताल (LNJP Hospital) (पूर्व में इर्विन हॉस्पिटल) को कोरोना के नए स्ट्रेन के संक्रमितों के इलाज के लिए डेडिकेट कर दिया है. इस बीच मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया (Union Health Minister Mansukh Mandaviya) ने राहत की खबर दी है. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि फिलहाल देश में ओमिक्रोन वेरिएंट का एक भी मामला सामने नहीं आया है. डॉ. मंडाविया ने राज्यसभा (Rajyasabha) में प्रश्न काल (Question Hour) के दौरान यह बात कही.

भले ही देश में अब तक ओमिक्रोन स्ट्रेन (Omicron) का कोई मामला सामने न आया हो, लेकिन कोरोना के अन्य वेरिएंट अब भी एक्टिव हैं. विशेषज्ञ ओमिक्रोन के मामले भी भारत में जल्द सामने आने की बात कर रहे हैं. ऐसे में हमारी और आपकी जिम्मेदारी है कि हम स्वयं को संक्रमण (Corona Infection) मुक्त रखें. यदि हर कोई व्यक्ति यह ठान ले कि वह कोरोना संक्रमित नहीं होगा और इसके लिए हर संभव कोशिश करेगा तो हम कोरोना के किसी भी और कितने भी खतरनाक वेरिएंट को मात दे सकते हैं.

इसके लिए हमें कोरोना के लिए तय मानकों का पालन करना होगा. हमें भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए. बाहर जाना अत्यंत आवश्यक हो तो मास्क (Mask) पहनकर ही घर से बाहर निकलें और अपने साथ सैनिटाइजर (Sanitizer) जरूर रखें। घर पर या दफ्तर में हैं तो नियमित तौर पर साबुन और पानी से हाथ धोते रहें (Wash your hands with soap and water) और सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का पालन करना न भूलें. किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें (Contact your Doctor) और टेस्ट करवाएं.

इधर ओमिक्रोन के कई देशों में फैलने से बढ़ती चिंताओं के बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव (Health Secretary about Omicron Strain of Corona Virus) राजेश भूषण ने मंगलवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ एक समीक्षा बैठक की और उन्हें मामलों की शीघ्र पहचान और प्रबंधन के लिए जांच बढ़ाने की सलाह दी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि भूषण ने यह रेखांकित करते हुए कि ऐसा नहीं है कि नया स्वरूप आरटी-पीसीआर (RTPCR) और आरएटी जांच से पकड़ में नहीं आ सकता है, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को पर्याप्त बुनियादी ढांचा और निगरानी वाले होम क्वारंटाइन (Home Quarantine) सुनिश्चित करने के लिए कहा.

कोरोना के चिंता वाले स्वरूप Omicron (VOC) से देश को उत्पन्न होने वाले संभावित खतरे को देखते हुए मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को गहन रोकथाम, सक्रिय निगरानी, ​​जांच बढ़ाने, अधिक संक्रमितों वाले क्षेत्रों की निगरानी, ​​टीकाकरण (Covid Vaccination) बढ़ाने और स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में वृद्धि सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा है. भूषण ने 28 नवंबर को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे एक पत्र में, अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कड़ी निगरानी, ​नमूनों को ​जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए शीघ्र भेजना सुनिश्चित करने और ओमिक्रोन को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए कोविड उपयुक्त व्यवहार सख्ती से लागू करने पर भी जोर दिया.

कोविड का B.1.1.1.529 स्वरूप या ओमिक्रोन का सबसे पहले पता पिछले सप्ताह दक्षिण अफ्रीका में चला था. इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ‘चिंता वाला स्वरूप’ घोषित किया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारत में अभी तक कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमिक्रोन का कोई मामला अभी सामने नहीं आया है. इसके बावजूद भारतीय सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक कंसोर्टिया आईएनएसएसीओजी (इंडियन सार्स-सीओवी-2 कंसोर्टियम ऑन जिनोमिक्स) स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के पॉजिटिव नमूनों के जीनोम विश्लेषण में तेजी ला रहा है.

केंद्र ने ‘जोखिम वाले’ देशों से यात्रा करने वाले या उससे होकर आने वाले लोगों के लिए रविवार को सख्त दिशानिर्देश जारी किए थे और राज्यों को जांच-निगरानी उपायों एवं स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए कई निर्देश जारी किए थे. इसने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने की समीक्षा करने का भी निर्णय लिया. ‘जोखिम वाले’ (26 नवंबर तक अपडेटिड) के रूप वर्गीकृत देशों में यूरोपीय देश, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग और इज़राइल शामिल हैं.

(इनपुट – एजेंसियां)

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