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पाकिस्तान: इमरान खान ने किसी भी सौदे से किया इनकार, कहा- खून-खराबे से बचने के लिए मार्च निकाला गया

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अध्यक्ष और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने उन खबरों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया कि उन्होंने इस्लामाबाद के लिए पार्टी के आजादी मार्च को समाप्त करने के बदले में एक सौदा किया था.

Published: May 27, 2022 11:06 PM IST

By India.com Hindi News Desk | Edited by Zeeshan Akhtar

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Imran Khan

पेशावर: पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अध्यक्ष और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने उन खबरों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया कि उन्होंने इस्लामाबाद के लिए पार्टी के आजादी मार्च को समाप्त करने के बदले में एक सौदा किया था. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि खून खराबा से बचने के लिए ऐसा किया. उन्होंने पेशावर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए विचार व्यक्त किए, और कहा कि अगर जल्द चुनाव की घोषणा नहीं की गई तो वह फिर से सड़कों पर उतरेंगे. उन्होंने खेद व्यक्त किया कि कैसे पुलिस अधिकारियों ने पीटीआई को निशाना बनाने के लिए मार्च में भाग लेने वालों पर हमला किया. “हमारे कार्यकर्ताओं ने पूछा कि हमने धरना क्यों नहीं दिया. मैं वह आदमी हूं, जिसने 126 दिनों तक धरना दिया. यह मेरे लिए मुश्किल नहीं है, लेकिन जब तक मैं पहुंचा तो मुझे स्थिति की सीमा का पता चल गया. मैं उस दिन जानता था कि खून-खराबा होगा.”

इमरान ने कहा कि पुलिस द्वारा किए गए ‘आतंकवाद’ को देखकर लोग ‘तैयार’ हैं. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, “हर कोई लड़ने के लिए तैयार था, हमारे कुछ लोग जो उन्होंने देखा उससे बहुत नाराज थे. अधिकारियों को प्रदर्शनकारियों को क्रूर करने का निर्देश दिया गया था.” उन्होंने कहा, “उस समय का गुस्सा, अगर मैंने उस दिन धरना दिया होता तो मैं गारंटी दे सकता हूं कि खून खराबा होता.” उन्होंने कहा, पुलिस अधिकारियों के खिलाफ नफरत की भावना प्रचलित थी. पीटीआई अध्यक्ष ने निर्देश जारी करने के लिए सरकार को दोषी ठहराते हुए कहा, “लेकिन पुलिस भी हमारी है, यह उनकी गलती नहीं है.” उन्होंने कहा कि अगर हिंसा होती तो इससे देश में अराजकता ही फैलती.

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उन्होंने कहा, “यह मत सोचो कि यह हमारी कमजोरी थी और यह मत सोचो कि सौदा हुआ था. मैं अजीबो गरीब बातें सुन रहा हूं कि प्रतिष्ठान के साथ सौदा किया गया था. मैंने किसी के साथ सौदा नहीं किया.” डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, उनके कार्यों के पीछे देश के लिए चिंता थी. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पीटीआई ‘आयातित सरकार’ के साथ बातचीत या स्वीकार नहीं करेगा. उन्होंने कहा, “मैं इसे एक जिहाद के रूप में सोचता हूं. मैं इसके खिलाफ तब तक खड़ा रहूंगा, जब तक मैं जीवित हूं.” उन्होंने दोहराया कि उन्हें केवल देश के भविष्य की परवाह है.

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