जम्मू: देश में 2019 में हुए संसदीय चुनाव में समर्थन हासिल करने के लिए आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) के साथ कथित सांठगांठ के मामले में इस सप्ताह की शुरुआत में गिरफ्तार पीडीपी नेता वहीद पर्रा (Waheed ur Rehman Parra) को शुक्रवार को 15 दिन के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की हिरासत में भेज दिया गया है. Also Read - Shopian Encounter: चार्जशीट में खुलासा, 'सेना के कैप्टन और दो अन्य ने सबूत मिटाने की कोशिश की'
पर्रा को इरफान शफी मीर के साथ उसके करीबी संबंध मामले में जम्मू में एनआईए की अदालत में पेश किया गया. मीर को इस वर्ष की शुरुआत में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी नवीद बाबू और निलंबित डिप्टी एसपी दविंदर सिंह के साथ गिरफ्तार किया गया था. Also Read - क्या Farmers Protest में हो रही विदेशी फंडिंग? इन अलगाववादी संगठनों पर एजेंसियों की नजर
पर्रा को बुधवार को गिरफ्तार किए जाने के बाद एनआईए ने गुरुवार को उसे दिल्ली की अदालत में पेश किया था और उसे जम्मू की एक निर्दिष्ट अदालत के समक्ष पेश करने के लिए उसकी ट्रांजिट रिमांड का अनुरोध किया था. Also Read - 26 जनवरी को परेड निकालेंगे प्रदर्शनकारी किसान, बोले- आंदोलन का समर्थन करने वालों के खिलाफ मामले दर्ज कर रही NIA
अधिकारियों के के मुताबिक, दविंदर सिंह की हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंवादियों के साथ संबंध की जांच के दौरान एनआईए को मीर के फोन रिकॉर्ड मिले, जो यह दिखाते थे कि वह पर्रा के साथ निकट संपर्क में था. अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ के दौरान मीर ने दावा किया कि पर्रा ने 2019 में हुए सदीय चुनाव में पार्टी उम्मीदवार महबूबा मुफ्ती के लिए समर्थन मांगा था.