
Mann ki Baat में बोले PM मोदी, इटली और ऑस्ट्रेलिया से भारत की बहुमूल्य धरोहर वापस लाने में कामयाब रहे
Mann ki Baat प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि इस महीने की शुरुआत में भारत, इटली से एक बहुमूल्य धरोहर लेकर आने में सफल हुआ. ये धरोहकर अवलोकितश्वर पद्मपाणि की हजारों साल पुरानी प्रतिमा है.

Mann ki Baat : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए देशवासियों को संबोधित किया. अपने कार्यक्रम की शुरुआत उन्होंने एक सुखद समाचार से की. उन्होंने बताया कि इस महीने की शुरुआत में भारत, इटली से एक बहुमूल्य धरोहर लेकर आने में सफल हुआ. ये धरोहर अवलोकितश्वर पद्मपाणि की हजारों साल पुरानी प्रतिमा है. पीएम के अनुसार यह प्रतिमा कुछ साल पहले बिहार के एक मंदिर से चोरी हो गई थी. उन्होंने बताय़ा कि ऐसे ही कुछ वर्ष पहले तमिलनाडु के वेल्लूर से भगवान आंजनेय्यर, हनुमान जी की प्रतिमा चोरी हो गई थी. हनुमान जी की ये मूर्ति भी 600-700 साल पुरानी थी. इस महीने की शुरुआत में, ऑस्ट्रेलिया में हमें ये प्राप्त हुई, हमारे मिशन को मिल चुकी है. उन्होंने कहा कि ये भारत की मूर्तिकला का नायाब उदहारण तो थीं हीं, इनसे हमारी आस्था भी जुड़ी हुई थी.
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पिछले सात साल में 200 से ज्यादा बहुमूल्य प्रतिमाओं को वापस लाए
प्रधानमंत्री ने कहा कि में बहुत सारी मूर्तियां चोरी होकर भारत से बाहर जाती रहीं. कभी इस देश में, तो कभी उस देश में ये मूर्तियां बेचीं जाती रहीं और उनके लिए वो तो सिर्फ कलाकृति थी. न उनको उसके इतिहास से लेना देना था, न ही श्रद्धा से लेना देना था. उन्होंने कहा कि अपने दायित्व को समझते हुए भारत ने प्रयास बढ़ाए. और इसका कारण ये भी हुआ कि चोरी करने की जो प्रवृति थी,उसमें भी एक भय पैदा हुआ. पीएम ने कहा कि इन मूर्तियों को वापस लाना, भारत माँ के प्रति हमारा दायित्व है, इन मूर्तियों में भारत की आत्मा का, आस्था का अंश है. इनका एक सांस्कृतिक-ऐतिहासिक महत्व भी है. पीएम ने बताया कि साल 2013 तक करीब-करीब 13 प्रतिमाएं भारत आयी थीं. लेकिन, पिछले सात साल में 200 से ज्यादा बहुमूल्य प्रतिमाओं को, भारत, सफलता के साथ वापस ला चुका है.
भारतीय संगीत को लेकर प्रयोग करने की अपील की
पीएम मोदी ने तंजानिया के किली और नीमा का उदाहरण देते हुए देववासियों से संगीत को लेकर एक प्रयोग करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि जब तंजानिया के लोग भारत के गीतों पर लिप सिंक कर सकते हैं तो क्या मेरे देश में, हमारे देश की भाषाओं पर यह प्रयोग नहीं कर सकते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि कितना अच्छा लगेगा जब गुजराती बच्चे, तमिल गानों पर लिप्सिंग करें, केरल के बच्चे असमिया गीतों पर करें, कोई कन्नड़ बच्चे जम्मू कश्मीर के गीत पर करें, ताकि एक ऐसा माहौल बना सके, जिसमें एक भारत श्रेष्ठ भारत का अनुभव हो सके.
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